252 गांव के 7365 लोगों को बचाया गया
राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने बताया कि पीलीभीत में बाढ़ से 5 तहसील के 252 गांव प्रभावित हैं. बाढ़ में फंसे अन्य 7365 लोगों को भी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की एक-एक टीम और पीएसी की 2 टीम तैनात है. इसके अलावा एसएसबी की एक टीम रेस्क्यू कर रही है. यहां पर राहत कार्यों में 37 नाव लगी हैं. 23 शरणालय स्थापित किए गए हैं. जिनमें 261 लोग रह रहे हैं. सभी को कम्युनिटी किचन के माध्यम से खाना खिलाया जा रहा है. बाढ़ प्रभावित गांवों में 3130 लंच पैकेट वितरित किये गए.
लखीमपुर, गोंडा, बलरामपुर में चला बचाव कार्य
राहत आयुक्त ने बताया कि लखीमपुर खीरी की 5 तहसील के 41 गांव बाढ़ से प्रभावित है. यहां पर एनडीआरएफ और पीएसी की एक-एक टीम ने 221 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है. निघासन के ग्राम मुर्गाहा में फंसे 12 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. गोंडा में बाढ़ से 3 गांव की फसल प्रभावित हुई है. यहां पर क्षतिग्रस्त फसल का सर्वे कर रिपोर्ट शासन को उपलब्ध करा दी गई है. बलरामपुर की 3 तहसील के 20 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. यहां पर स्थिति सामान्य है. राहत कार्य के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पीएसी की एक-एक टीम तैनात है.
शाहजहांपुर के 42 लोगों को सुरक्षित निकाला गया
श्रावस्ती में दो तहसील के 82 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। यहां पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की एक-एक टीम राहत कार्यों में लगी हुई है. फिलहाल स्थिति अभी सामान्य है. कुशीनगर की दो तहसील के 16 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. यहां पर राहत कार्यों में एसडीआरएफ और पीएसी की एक-एक टीम तैनात है. कम्युनिटी किचन के माध्यम से लोगों को पौष्टिक भोजन खिलाया जा रहा है.
सिद्धार्थ नगर, बस्ती, शाहजहांपुर के कई गांव में बाढ़
सिद्धार्थनगर की शोहरतगढ़ तहसील के एक गांव की फसल प्रभावित है. यहां क्षतिग्रस्त फसल की सर्वे रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है. बस्ती में तहसील हरैया का एक गांव प्रभावित है. इससे 35 परिवार के 150 लोग प्रभावित हैं. ऐसे में ग्रामीणों के आवागमन के लिए 4 नाव लगा दी गई है. इसी शाहजहांपुर की एक तहसील के एक गांव की फसल प्रभावित हुई है. यहां क्षतिग्रस्त फसल का सर्वे किया जा रहा है. आठ परिवारों के 42 लोग बाढ़ में फंसे थे. सभी को नाव से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. सभी को पंचायत भवन परचड़ में सुरक्षित रखा गया है. यहां खाने की भी व्यवस्था की जा रही है.