‘राजनीति बड़ा खराब खेल…’ भावुक हुए अखिलेश यादव

UP News: गोरखपुर की छात्रा के बयान पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि बच्चों को सियासत से दूर रखना चाहिए. छात्रा ने अखिलेश की मदद लेने से इनकार किया था. अब प्रशासन ने उसकी फीस माफ कर दी और वह फिर स्कूल जा रही है.

By Shashank Baranwal | July 8, 2025 11:47 AM
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UP News: सियासत का खेल बड़े लोगों का है, इसमें बच्चों का ना डालें. यह बात सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मंगलवार को लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में की. उन्होंने यह बयान गोरखपुर की एक छात्रा पंखुड़ी त्रिपाठी के बयान के बाद कही, जिसको लेकर अखिलेश यादव बीते दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में भावुक हो गए और सरकार को नसीहत दे डाली.

तकलीफ-परेशानी में साथ खड़े होने वाले बुरे

दरअसल, पंखुड़ी त्रिपाठी ने एक इंटरव्यू में अखिलेश यादव को बुरा कहते हुए उनके मदद लेने से मना कर दिया था और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अच्छा बताया था. इस बयान को दोहराते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि हमें तो आज तक यह पता था कि वो बुरे हैं और हम अच्छे हैं. उन्होंने आगे कहा कि मदद करने वाले बुरे हैं. तकलीफ-परेशानी में खड़े होने वाले बुरे हैं. बच्चों से राजनीति नहीं करवानी चाहिए. ये राजनीति बड़ा खराब खेल है. कब किसकी लॉयल्टी बदल जाए, कब किसका स्वार्थ बदल जाए, स्वार्थ और परिस्थितियों से बहुत सी चीजें बदल जाती हैं. अखिलेश यादव ने सरकार, IAS अधिकारी, गोरखपुर जिलाधिकार से निवेदन किया कि सियासत का खेल बड़े लोगों का है, इसमें बच्चों को नहीं डालना चाहिए.

सपा ने मदद का दिया था आश्वासन

गौरतलब है कि 1 जुलाई को गोरखपुर में आयोजित जनता दरबार में सीएम योगी से छात्रा ने फीस माफ कराने की मांग की थी, जिसके बाद सीएम योगी ने अधिकारियों को पंखुड़ी की पढ़ाई की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया था. हालांकि, जब 5 जुलाई को पंखुड़ी अपने परिवार के साथ पनकी बाग स्थित सरस्वती शिशु मंदिर पहुंची, तो स्कूल के प्रिंसिपल ने फीस माफ करने से मना कर दिया था. इस बात की जानकारी जब अखिलेश यादव को मिली, तो उन्होंने X पर पोस्ट शेयर कर योगी सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपाइयों को बच्चों से झूठ न बोलने का आग्रह किया था.

7 जुलाई से फिर स्कूल जा रही पंखुड़ी

6 जुलाई को समाजवादी पार्टी से पंखुड़ी त्रिपाठी के परिजनों के पास फोन आया था. इस दौरान छात्रा के पढ़ाई को पूरी करने का हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन छात्रा की मां ने मदद लेने से मना कर दिया. इसके बाद प्रशासन और शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रबंधन से संपर्क कर पंखुड़ी की पूरी फीस माफ करवा दी. बीते दिन 7 जुलाई से एक बार फिर पंखुड़ी स्कूल जाने लगी.

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