MEERUT: उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के लिए एक नया विकास युग शुरू होने जा रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ को 15,000 करोड़ रुपये की बड़ी सौगात दी है, जिससे शहर का बहुप्रतीक्षित कायाकल्प संभव होगा. इस मेगा प्रोजेक्ट के अंतर्गत आधारभूत ढांचे से लेकर स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन, स्मार्ट सुविधाओं और औद्योगिक विकास तक हर क्षेत्र में व्यापक कार्य किया जाएगा. यह निवेश न केवल मेरठ की दशा और दिशा को बदलेगा, बल्कि पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए एक नई उम्मीद बनकर उभरेगा.
सड़कें, ओवरब्रिज और ट्रैफिक सिस्टम होंगे अत्याधुनिक
शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाया जाएगा. शहर की पुरानी और जर्जर सड़कों का चौड़ीकरण किया जाएगा, साथ ही नए फ्लाईओवर और अंडरपास का निर्माण भी किया जाएगा ताकि ट्रैफिक जाम की समस्या को पूरी तरह खत्म किया जा सके. शहर को मेट्रो परियोजना से भी जोड़े जाने की योजना पर काम चल रहा है, जिससे आवागमन तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक होगा.
स्वास्थ्य सुविधाओं को मिलेगा बड़ा विस्तार
15,000 करोड़ की इस योजना में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने पर भी विशेष ध्यान दिया गया है. मेरठ में एक मल्टी-स्पेशलिटी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल का निर्माण प्रस्तावित है. इसके साथ ही सरकारी अस्पतालों का आधुनिकीकरण और ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों को नई तकनीक से लैस किया जाएगा. मोबाइल हेल्थ यूनिट्स और टेलीमेडिसिन सुविधाएं भी शुरू की जाएंगी, ताकि दूर-दराज के क्षेत्रों में भी बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके.
शिक्षा और स्किल डेवेलपमेंट से युवा होंगे सशक्त
इस मेगा प्रोजेक्ट में युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शिक्षा और कौशल विकास पर भी बड़ा निवेश किया जाएगा. शहर में नए विश्वविद्यालय, तकनीकी संस्थान और वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर्स की स्थापना की जाएगी. इससे न केवल युवाओं को बेहतर शिक्षा मिलेगी, बल्कि उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर भी उपलब्ध होंगे. मुख्यमंत्री ने ‘मिशन रोजगार’ के तहत मेरठ में विशेष रोजगार मेले लगाने की भी घोषणा की है.
मेरठ बनेगा स्मार्ट सिटी: हाईटेक सुविधाएं होंगी साकार
मेरठ को स्मार्ट सिटी की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. इसके तहत शहर में वाई-फाई युक्त सार्वजनिक स्थल, सीसीटीवी निगरानी, स्वचालित कचरा प्रबंधन प्रणाली, डिजिटल भुगतान की सुविधाएं, स्मार्ट एलईडी स्ट्रीट लाइट्स और ई-गवर्नेंस सेवाओं का विस्तार किया जाएगा. नागरिकों को सरकारी सेवाएं ऑनलाइन और मोबाइल ऐप के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे पारदर्शिता और दक्षता दोनों में सुधार होगा.
उद्योग और निवेश को मिलेगा नया आयाम
मेरठ का औद्योगिक इतिहास गौरवशाली रहा है और इस योजना के माध्यम से इसमें एक बार फिर नई जान फूंकी जाएगी. मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि मेरठ में विशेष औद्योगिक पार्क, MSME हब और स्टार्टअप इन्क्यूबेशन सेंटर्स की स्थापना की जाएगी. इससे स्थानीय कारीगरों, उद्यमियों और निवेशकों को प्रोत्साहन मिलेगा. इसके अलावा, खेल उपकरण उद्योग और कृषि आधारित उद्योगों को भी वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए विशेष नीतियां लागू की जाएंगी.
सीएम योगी का विजन: मेरठ को बनाना उत्तर भारत का विकास मॉडल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ के लिए अपने विजन को स्पष्ट करते हुए कहा, “मेरठ सिर्फ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि औद्योगिक और सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है. हमारा उद्देश्य मेरठ को उत्तर भारत के प्रमुख शहरों में शामिल करना है, जो न केवल विकास में अग्रणी हो बल्कि युवाओं, महिलाओं और किसानों के लिए अवसरों की धरती बने.”
मेरठ के लिए नया सवेरा, नई उम्मीद
15,000 करोड़ रुपये की यह अभूतपूर्व सौगात मेरठ के विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी. इससे न केवल शहर की भौतिक संरचना बदलेगी, बल्कि आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी दृष्टि से भी मेरठ एक नई ऊंचाई पर पहुंचेगा. यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “नए भारत” और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के “समग्र विकास” के विजन को साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम है.
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