श्री सिन्हा ने कहा कि तृणमूल के कुछ लोग राज्य के मंत्री मलय घटक (Malay Ghatak) को किसी भी कीमत पर हराने की होड़ में लगे हैं. यह पार्टी की एकता के लिए बहुत बड़ा खतरा है. इस तरह की हरकत पर यदि अंकुश नहीं लगा, तो हजारों तृणमूल कर्मी पार्टी छोड़कर घर पर बैठ जायेंगे.
Also Read: सीआइडी करेगी भाजपा विधायक की संदिग्ध मौत की जांच, 14 जुलाई को उत्तर बंगाल बंद का किया आह्वान
मालूम हो कि नदीपार शीतलाडंगाल में सरकारी जमीन पर मरियम बीबी तृणमूल भवन का निर्माण हुआ. इसका उद्घाटन 5 फरवरी, 2017 को हुआ. नगर निगम के मेयर परिषद, पार्षद सहित अनेकों तृणमूल नेता उपस्थित थे. यह इलाका राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक के विधानसभा क्षेत्र में है. श्री घटक नियमित इस भवन में आकर बैठते थे. पार्टी कर्मियों के साथ आम जनता की भी समस्याएं यहां सुनते थे और समाधान करते थे.
हालांकि, इस भवन में कुछ उपद्रवियों ने 7 दिसंबर, 2019 की रात आग लगा दी. आग लगने के कारण सब कुछ जल कर खाक हो गया. नॉर्थ ब्लॉक-2 के अध्यक्ष श्री सिन्हा ने बताया कि सूचना मिलते ही दूसरे दिन सुबह आसनसोल के मेयर जितेंद्र तिवारी यहां आये और नये सिरे से भवन निर्माण के लिए 10 हजार रुपये दिये.
मंत्री श्री घटक, मेयर परिषद सदस्य अभिजीत घटक सहित अनेकों लोगों ने भवन निर्माण में आर्थिक रूप से सहयोग किया. लॉकडाउन के पूर्व ही यहां भवन के पुनर्निर्माण का कार्य शुरू हुआ. गार्डवाल, पीलर, बीम सारा कुछ बन गया. लॉकडाउन के कारण कार्य बंद हो गया.
लॉकडाउन के बाद दोबारा कार्य आरंभ होते ही नगर निगम ने कार्य बंद करने को लेकर इमरान खान और रियाज को नगर निगम से नोटिस भेजा, जिसमें कहा गया है कि साइट प्लान और बिल्डिंग अप्रूवल प्लान के बगैर निर्माण कार्य हो रहा है. पश्चिम बंगाल म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन एक्ट 2006 के सेक्शन 266 के सब सेक्शन (1) के तहत कार्य को बंद किया जाये. इस नोटिस के प्राप्त होने के 7 दिन के अंदर जवाब दिया जाये कि इस निर्माण को क्यों न तोड़ा जाये?
श्री सिन्हा ने बताया कि भवन का पुनर्निर्माण किया जा रहा था. यह सभी जानते हैं. नोटिस का जवाब दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि मंत्री श्री घटक नियमित इस भवन में आकर बैठते थे. यह पूरा इलाका जानता है. मंत्री को किसी भी कीमत में हारने के लिए तृणमूल के कुछ नेता दिन-रात कार्य कर रहे हैं. यह ओछी राजनीति है. यदि ऐसी ही राजनीति चलती रही, तो इसके विरोध में पार्टी छोड़ने को लेकर हजारों की संख्या में तृणमूल कर्मी रैली बनाकर निकलेंगे और उसी दिन से पार्टी छोड़कर घर पर बैठ जाएंगे.
Posted By : Samir ranjan.