खदानों में धंसान व आग प्रभावित क्षेत्र से श्रमिकों को बचाने की हो पहल रानीगंज कोलियरी क्षेत्र में प्रतिबंधित व अप्रतिबंधित क्षेत्र चिह्नित करे इसीएल आसनसोल. आसनसोल के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने गुरुवार को रानीगंज के धंसान और भूमिगत आग से प्रभावित क्षेत्रों से लोगों के पुनर्वास, कोयला भंडार वाले क्षेत्रों को चिह्नित करने, प्रदूषण व इससे जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड(इसीएल ) के चेयरमैन-सह-प्रबंध निदेशक (सीएमडी) सतीश चंद्र झा से मुलाकात की. बैठक में सांसद सिन्हा ने रानीगंज कोयलांचल के बड़े भू-भाग में घर बनाने पर निगम व एडीडीए की रोक को लेकर संशय व असमंजस होने की बात कही. संशय को दूर करने के लिए सीएमडी से पहल करने की भी अपील की. साथ ही कोयला खदानों के आसपास रहनेवालों की सुरक्षा और पुनर्वास की जरूरत पर भी सांसद ने जोर दिया. कहा कि बार-बार होनेवाली धंसान की घटनाओं और भूमिगत आग से स्थानीय लोगों पर जान का खतरा बना रहता है. इस दिशा में तत्काल उचित कदम उठाने की जरूरत है. श्री सिन्हा ने कोयला भंडारवाले क्षेत्रों को चिह्नित करने की प्रक्रिया में तेजी लाने का भी अनुरोध किया, ताकि प्रभावित लोगों को वहां से हटा कर सुरक्षित स्थानों पर बसाया जा सके. उन्होंने आगे कहा कि रानीगंज में बड़े हिस्से में निर्माण पर रोक के कारण लाखों लोग असमंजस या दुविधा की स्थिति में है. इसे लेकर इसीएल स्पष्ट निर्धारण करे कि किस क्षेत्र में प्रतिबंध लगाये जाये और किस क्षेत्र में प्रतिबंध नहीं. सांसद के मुताबिक वह इस मामले को केंद्र व राज्य सरकार के समक्ष भी उठायेंगे, ताकि प्रभावित लोगों को जल्द राहत मिल सके. इसीएल के सीएमडी सतीश चंद्र झा ने आश्वस्त किया कि कंपनी इन मुद्दों को प्राथमिकता दे रही है. यह मुलाकात रानीगंज में हालिया वर्षों में कोयला खदान हादसों और अवैध खनन से जुडो मसलों के मद्देनजर अहम मानी जा रही है. इस दौरान पार्षद अशोक रुद्र, सांसद के निजी सहायक संजय राय भी मौजूद रहे.
संबंधित खबर
और खबरें