सोमवार को सेल-आइएसपी के सभी विभाग के कर्मचारियों ने ट्रेड यूनियन चुनाव की मांग पर बैज लगा कर सामूहिक रूप से विरोध प्रदर्शन किया. इसे लेकर बीएमस यूनियन के महासचिव संजीत बनर्जी ने कहा कि आइएसपी के समस्त कर्मचारी चाहते हैं कि कारखाने में ट्रेड यूनियन चुनाव हों, लेकिन विरोधी यूनियनें इसमें बाधा देकर कर्मचारियों की भावना से खिलवाड़ कर रही हैं.
आइएसपी में सक्रिय यूनियनें अपना वर्चस्व बनाये रखने के लिए चुनाव को लेकर कुछ दुविधा में हैं. बर्नपुर इस्पात कर्मचारी संघ(बीएमएस) चुनाव के पक्ष में हाइकोर्ट चला गया था. फिर हाइकोर्ट ने क्षेत्रीय श्रमायुक्त (आरएलसी) आसनसोल को चुनाव कराने का निर्देश दिया. आरएलसी ने पांचों यूनियन के साथ बैठक करने के बाद 23 मई को चुनाव कराने का निर्णय लिया था.
आसनसोल आयरन एंड स्टील वर्कर्स यूनियन(इंटक), एबीके मेटल एंड इंजीनियरिंग वर्कर्स यूनियन ( सीटू), बर्नपुर इस्पात कर्मचारी संघ (बीएमसी) ने आर एलसी आसनसोल के पास नामांकन किया. लेकिन यूनाइटेड आयरन एंड स्टील वर्कर्स यूनियन (एटक) तथा आयरन एंड स्टील इंजीनियरिंग वर्कर्स यूनियन (एचएमएस) ने नामांकन नहीं किया. नामांकन पूरा होने के बाद फिर यूनियनें कोर्ट चली गयीं. हाइकोर्ट नें अर्जी पर सुनवाई करते हुए 30 जून टक चुनाव पर स्टे लगा दिया है. एसएमएस नेता मुमताज अहमद ने बताया कि आरएलसी आसनसोल ने 28 अप्रैल को एक मीटिंग बुलायी और बैठक से बाहर निकलने के बाद आरएलसी नें 23 मई के चुनाव को लेकर नोटिस जारी कर दिया. 23 मई के चुनाव को लेकर रिजनल लेबर कमिश्नर ने जो निर्देश दिया है, यूनियनें उससे इतफाक नहीं रखती हैं. इसलिए आइएसपी की तमाम यूनियनें एकजुट होकर कोर्ट चली गयी हैं. मामले पर हाइकोर्ट में अगली सुनवाई 18 जून को होना हैं.
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