32 दिनों तक निगरानी में रख लूटे “1.65 करोड़

आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट (एडीपीसी) के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी रकम की साइबर ठगी की प्रथमिकी बुधवार को दर्ज हुई. आसनसोल नगर निगम के पूर्व सहायक अभियंता व कोर्टमोड़ आसनसोल के निवासी सुकुमार दे को साइबर अपराधियों ने 32 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट करके 1.65 करोड़ रुपये लूट लिए. उन्हें डर दिखाया कि उनके आधार नंबर का इस्तेमाल करके मुंबई में सिमकार्ड जारी हुआ था.

By AMIT KUMAR | June 12, 2025 10:02 PM
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आसनसोल.

आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट (एडीपीसी) के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी रकम की साइबर ठगी की प्रथमिकी बुधवार को दर्ज हुई. आसनसोल नगर निगम के पूर्व सहायक अभियंता व कोर्टमोड़ आसनसोल के निवासी सुकुमार दे को साइबर अपराधियों ने 32 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट करके 1.65 करोड़ रुपये लूट लिए. उन्हें डर दिखाया कि उनके आधार नंबर का इस्तेमाल करके मुंबई में सिमकार्ड जारी हुआ था. इस सिमकार्ड का उपयोग देश विरोधी गतिविधियों में किया गया. इसके बाद पुलिस अधिकारी बनकर डर दिखाते रहे और बचने के लिए अपना सारा पैसा आरबीआइ के एक खाते में रखवाते गये, जांच के बाद सारा पैसा वापस लौटने की बात कही. श्री दे इतने डरे हुए थे कि बैंक अकाउंट खाली होने के बाद वे अपने घर के सारे जेवरात मुथूट फिनकॉर्प में गिरवी रखकर साइबर ठगों को पैसे का भुगतान किया. साइबर अपराधी उन्हें सुप्रीम कोर्ट के अनेकों आदेश, भारतीय रिजर्व बैंक का अनेकों कागजत दिखाकर भरोसा जीता कि वे असली वाले पुलिस ऑफिसर हैं. आखिरकार बुधवार को उनका भ्रम टूटा और वे साइबर क्राइम थाना आसनसोल पहुंचे. वहां भी उन्हें साइबर अपराधियों का कॉल आया. उनकी शिकायत के आधार पर कांड संख्या 48/25 में बीएनएस की धारा 316(2)/318(4)/319(2)/336(3)/338/340(2)/61(2) के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई. साइबर क्राइम थाना पुलिस आसनसोल ने इस मामले को राज्य साइबर क्राइम विंग के पास भेजा है. इस ठगी ने पुलिस को भी हैरान कर दिया है.

कमिश्नरेट में सबसे बड़ी राशि की ठगी के तीन केस, 1.65 करोड़ बना रिकॉर्ड एडीपीसी में साइबर ठगी के तीन सबसे बड़े मामले, जिसमें सबसे अधिक राशि की ठगी हुई. अबतक पहले नम्बर पर हीरापुर थाना क्षेत्र के कोड़ापाड़ा इलाके के निवासी व पूर्व बैंक अधिकारी दिलीप मुदी थे. जिन्होंने डिजिटल अरेस्ट होकर 1,35,50,000 रुपये गंवाए. आठ सितम्बर 2024 को इसकी शिकायत दर्ज हुई थी. दूसरे नंबर पर दुर्गापुर एरिशन रोड बी-जोन इलाके के निवासी दीपक घोष ने कम अवधि में अधिक मुनाफा कमाने की लालच में 1,33,47,000 रुपये गंवाए. इसकी शिकायत 25 सितंबर 2024 को दर्ज हुई. तीसरे नंबर पर आसनसोल साउथ थाना क्षेत्र के समीरण राय रोड इलाके के निवासी व पूर्व दूरदर्शन कर्मचारी चंचल बंधोपाध्याय ने डिजिटल अरेस्ट रहकर 1,03,85,000 रुपये गंवाएं. यह शिकायत 18 जनवरी 2025 को दर्ज हुई थी. अब यह 1.65 करोड़ रुपये की ठगी सबसे बड़ा मामला बन गया.

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