आसनसोल के डंपिंग यार्ड में बढ़ता कचरे का पहाड़

कालीपहाड़ी और श्यामडीह के निवासियों का जीवन दुश्वार, सेग्रीगेशन कार्य छह माह से बंद

By GANESH MAHTO | August 1, 2025 11:45 PM
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हर दिन 300 टन कचरा लोगों की बढ़ी परेशानी

संतोष विश्वकर्मा, आसनसोल

नगर निगम इलाके में कचरे के निष्पादन के लिए बनाये गये कालीपहाड़ी और श्यामडीह डंपिंग यार्ड अब स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुके हैं. कालीपहाड़ी डंपिंग यार्ड 27 एकड़ में फैला है, जबकि श्यामडीह का डंपिंग यार्ड तीन एकड़ में. यहां नगर निगम के 106 वार्डों से प्रतिदिन करीब 300 टन कचरा फेंका जाता है. नतीजतन दोनों यार्डों में कचरे का पहाड़ खड़ा हो गया है. कालीपहाड़ी के आसपास के कालीपहाड़ी और छाता पातर के 4-5 गांव तथा श्यामडीह यार्ड के आसपास के श्यामडीह और मानिकचंद पल्ली के लोगों का जीना दुश्वार हो गया है. बदबू, मच्छर और मक्खियों के कारण डायरिया समेत कई बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है. सेग्रीगेशन बंद, कचरे का बढ़ रहा अंबार: स्टेट डेवलपमेंट अर्बन एजेंसी (सूडा) ने कालीपहाड़ी डंपिंग यार्ड में दिल्ली की कंपनी हुलाडेक को कचरा पृथक्करण का कार्य ट्रायल बेसिस पर दिया था. मशीनों की मदद से गीला और सूखा कचरा अलग किया जाता था. गीले कचरे से खाद बनाई जाती थी, जिसे खेतों में उर्वरक के रूप में इस्तेमाल किया जाता था. डस्ट पार्टिकल्स का उपयोग नगर निगम प्रशासन सड़क निर्माण और जमीन भराई में करता था.

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