बाल तस्करी के मामले से नवोदय विद्यालय के प्राचार्य हो गये बरी

जिला अदालत में चार साल चली लंबी कानूनी लड़ाई के बाद बाल तस्करी के मामले से जवाहर नवोदय विद्यालय के आरोपी रहे प्राचार्य कमल कुमार राजौरिया को बरी कर दिया गया. जिला अदालत के अतिरिक्त न्यायाधीश देबकुमार गोस्वामी ने उन्हें निर्दोष करार दिया.

By AMIT KUMAR | June 5, 2025 9:59 PM
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बांकुड़ा.

जिला अदालत में चार साल चली लंबी कानूनी लड़ाई के बाद बाल तस्करी के मामले से जवाहर नवोदय विद्यालय के आरोपी रहे प्राचार्य कमल कुमार राजौरिया को बरी कर दिया गया. जिला अदालत के अतिरिक्त न्यायाधीश देबकुमार गोस्वामी ने उन्हें निर्दोष करार दिया. प्राचार्य के अधिवक्ता तापस चौधरी के सहायक शुभेंदु गुईंन ने बताया कि चार साल पहले 18 जुलाई 2021 को बाल तस्करी के आरोप में कल्पाथर इलाके में जवाहर नवोदय विद्यालय के तत्कालीन प्राचार्य कमल कुमार राजौरिया समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया था. आरोपियों में स्कूल की एक शिक्षक समेत तीन महिलाएं भी शामिल हैं. पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार लोगों के पास से कुल पांच बच्चे बरामद किये गये थे.

अदालत का फैसला आने के बाद प्राचार्य ने दावा किया कि दबाव में उन पर झूठे आरोप लगाये गये थे. उनकी कानून पर दृढ़ विश्वास था कि सच देर-सबरे सामने आयेगा और ऐसा ही हुआ. कमल कुमार राजौरिया ने आगे कहा कि उन्होंने जिले में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने पर ध्यान दिया. यही उनकी साधना थी. उनके परिवार को भी खुशी है कि आखिरकार प्राचार्य को जिला अदालत से इंसाफ मि गया.

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