रानीगंज में मेधावी छात्रों का किया गया सम्मान रानीगंज. सीटू और केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर आगामी नौ जुलाई को देशव्यापी हड़ताल की तैयारी ज़ोरों पर है. इसी कड़ी में, बल्लभपुर में श्रमिक परिवारों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें श्रमिकों को हड़ताल में शामिल होने का आह्वान किया गया. इस बैठक में श्रमिक नेता सुप्रियो रॉय, हेमंत प्रभाकर, दिव्येंदु मुखर्जी, करुणा बाउरी, अशोक बाउरी, सुनील खंडेलवाल सहित कई अन्य वामपंथी नेता उपस्थित थे. सुप्रियो रॉय ने हड़ताल की सफलता के कारणों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यदि श्रम कोड को निरस्त नहीं किया गया तो श्रमिकों के अधिकार गंभीर खतरे में पड़ जाएंगे. उन्होंने केंद्र सरकार पर जनविरोधी नीतियों का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार की नीतियों के कारण कारखाने निजी मालिकों के हाथों में जा रहे हैं, जिससे गरीब लोगों के पास काम नहीं है. किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है और दैनिक आवश्यकताओं की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. नेताओं ने भाजपा पर देश को लूटने और तृणमूल पर राज्य में चोरी व भ्रष्टाचार के माध्यम से कीर्तिमान स्थापित करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने इस हड़ताल को मेहनतकश लोगों के बीच एकता स्थापित कर शोषण के खिलाफ एक महत्वपूर्ण लड़ाई बताया. 17 सूत्री मांगों के समर्थन में सभा और मेधावियों का सम्मान इस कार्यक्रम में वामपंथी श्रमिक संगठन सीटू ,कृषक सभा, डीवाईएफआई और महिला समिति के नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे, जिन्होंने 17 सूत्री मांगों के समर्थन में हड़ताल को सफल बनाने के लिए अपने विचार रखे. वामपंथी नेता हेमंत प्रभाकर ने कहा कि वर्तमान में देश में एक जनविरोधी सरकार चल रही है, जिसके कारण महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है और लोगों के पास रोज़गार नहीं है. उन्होंने विशेष रूप से नए श्रम कोड का उल्लेख करते हुए कहा कि यह सीधे तौर पर श्रमिकों के अधिकारों का हनन कर रहा है. प्रभाकर ने यह भी बताया कि ग्राम पंचायत द्वारा लगातार आंदोलन और प्रयासों के बाद, कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के कारण बंगाल में मनरेगा का काम फिर से शुरू हो गया है.उन्होंने ज़ोर दिया कि चुनाव में वामपंथियों को कितने वोट मिले, इससे ज़्यादा महत्वपूर्ण यह है कि लोगों को उनके अधिकार मिल रहे हैं या नहीं.उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार ने लोगों को उनके अधिकारों से वंचित किया हुआ है, जिसके खिलाफ 9 जुलाई को पूरे देश में हड़ताल की जायेगी और लोगों को जागरूक किया जायेगा. इस सभा के दौरान, रानीगंज क्षेत्र के 20 मेधावी विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने विभिन्न बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था. हेमंत प्रभाकर ने इच्छा व्यक्त की कि आज की युवा पीढ़ी पढ़ाई के साथ-साथ सांस्कृतिक क्षेत्र में भी अपनी पहचान बनाए, ताकि आने वाले समय में वे अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठा सकें.
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