पीड़ित महिला ने लगाये कई गंभीर आरोप, जिसका पंचायत सदस्य ने किया खंडन पंचायत सदस्य का दावा, फ्लैट के बदले 30 फीसदी राशि ही दी गयी है रानीगंज. एगरा ग्राम पंचायत के सदस्य अशोक हेला पर एक महिला ने फ्लैट दिलाने का वादा कर 17.5 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने और बाद में उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. महिला का दावा है कि फ्लैट का कब्जा मांगने पर उसे दस्तावेज देना तो दूर, उलटे उसे व परिजनों को धमकाया जाने लगा. मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित महिला ने साहेबगंज बाइपास के पास कुंती अपार्टमेंट में एक फ्लैट के लिए अशोक हेला को कई किस्तों में कुल 17 लाख 29 हजार 600 रुपये का भुगतान किया था. पुलिस को शिकायत में पीड़िता ने बताया है कि फ्लैट पंजीकरण शुल्क और चेक के माध्यम से खरीदा गया था. यह भी आरोप है कि चाबी सौंपे जाने के बाद से ही अशोक हेला व उसके परिजन, पीड़िता को धमकाने लगे. महिला का इल्जाम है कि अशोक हेला, उसके भाई, भतीजे और परिवार के पांचअन्य सदस्यों ने उसे जबरन फ्लैट से निकाल दिया, फ्लैट का बिजली कनेक्शन काट दिया और उसे शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किया. इसके अलावा, पुलिस में पैठ होने का डर दिखा कर उसके बेटे रूपक और पति से मारपीट भी की गयी और भविष्य में भी ऐसा करने की धमकी दी गयी. महिला का दावा है कि तृणमूल नेता ने उसे चेतावनी दी थी कि अगर उसने मामले की शिकायत प्रशासन से की, तो कोई कार्रवाई नहीं की जायेगी. पीड़ित महिला ने पहले रानीगंज थाने में शिकायत की और बाद में आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के महिला थाने में भी शिकायत दी. महिला ने पुलिस को बताया कि उसने 23 मार्च 2024 को अपने बेटे रूपक को अशोक हेला की दुकान पर रजिस्ट्री के लिए भेजा था, जिस पर अशोक और उसके चार अन्य साथियों ने रूपक की पिटाई कर दी, जिससे उसे सिर और पेट में चोटें आईं महिला ने यह भी आरोप लगाया कि 20 जून 2024 को शाम करीब चार बजे अशोक हेला और उसके परिवार के पांच अन्य सदस्य उसके घर में जबरन घुस आए और उसके साथ छेड़छाड़ व दुराचार किया. इस बाबत पूछने पर पंचायत सदस्य अशोक हेला ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि यह सब उन्हें बदनाम करने की साजिश है. दावा किया कि महिला ने फ्लैट की केवल 30 % रकम जमा की थी और अब वह और पैसे नहीं देना चाहती, लिहाजा उन्हें रुसवा करने में लगी है. पुलिस ने बताया कि महिला ने लगभग एक साल तीन महीने पहले किसी चौकी या थाने में शिकायत नहीं की थी.पुलिस के अनुसार, महिला ने दो दिन पहले ही चौकी में आकर बताया था कि उसे एक साल तीन महीने पहले घर से निकाला गया था. हालांकि, 24 जून को उसने फिर थाने में लिखित शिकायत में बताया कि 20 जून को वह घर पर ही थी. पुलिस जांच में कई सवालिया निशान हैं, जैसे महिला बिना चाबी के घर में कैसे घुसी और पैसे देने के बाद कोई रसीद क्यों नहीं ली. शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और अशोक हेला की तलाश जारी है. पुलिस घर और आसपास के इलाके के सभी सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रही है. वहीं, रानीगंज के आसनसोल दक्षिण ग्रामीण प्रखंड तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष देवनारायण दास ने इस मामले पर कहा है कि वे इसकी जांच कर रहे हैं और अगर पुलिस जांच में जिस पर दोष साबित होता है, तो किसी भी दोषी व्यक्ति पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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