आसनसोल कोर्ट में अधिवक्ताओं का विरोध प्रदर्शन

पश्चिम बर्दवान जिला बार एसोसिएशन, आसनसोल के अधिवक्ताओं ने गुरुवार को जिला अदालत के समक्ष धरना प्रदर्शन किया.

By SUBODH KUMAR SINGH | July 25, 2025 12:57 AM
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उच्चाधिकारियों से शिकायत के बाद कार्रवाई नहीं होने से आक्रोशित वकीलों ने शुरू किया आंदोलन

प्रतिनिधि, आसनसोल.

पश्चिम बर्दवान जिला बार एसोसिएशन, आसनसोल के अधिवक्ताओं ने गुरुवार को जिला अदालत के समक्ष धरना प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन 18 जुलाई को डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी के जज के सुरक्षा कर्मी द्वारा अधिवक्ताओं विनय चौधरी और तृष्णा राय के साथ कथित बदसलूकी और मारपीट के विरोध में किया गया.

बार एसोसिएशन का आरोप है कि अधिवक्ताओं के साथ हुए दुर्व्यवहार की शिकायत जिला न्यायाधीश समेत संबंधित अधिकारियों से की गयी थी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. आरोप है कि जिस सुरक्षा कर्मी ने बदसलूकी की, उसने न तो माफी मांगी और न ही अपनी गलती स्वीकार की. इससे नाराज होकर अधिवक्ताओं ने अदालत परिसर में विरोध दर्ज कराया और न्यायिक प्रशासन के रवैये पर असंतोष जताया.

कामकाज ठप, वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने रखी बात: विरोध के दौरान वकीलों ने अदालत का सामान्य कामकाज ठप रखा और एकजुट होकर प्रदर्शन में हिस्सा लिया. वरिष्ठ अधिवक्ता शेखर कुंडू ने बताया कि जब उन्होंने इस मामले की शिकायत न्यायाधीश से की, तो संतोषजनक उत्तर नहीं मिला. उन्होंने कहा, “हम प्रशासन का सहयोग करना चाहते हैं, लेकिन जब हमारे साथ ही दुर्व्यवहार हो और कोई सुनवाई न हो, तो आंदोलन के अलावा विकल्प नहीं बचता. बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अयन रंजन मुखर्जी ने कहा कि 18 जुलाई को अदालत परिसर में सुरक्षा गार्डों ने न केवल बदसलूकी की, बल्कि अधिवक्ता विनय चौधरी और तृष्णा राय पर शारीरिक हमला भी किया. उन्होंने आरोप लगाया कि शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे अधिवक्ताओं में रोष है.

जांच की उम्मीद, शुक्रवार को फिर होगी बैठक : गुरुवार को बार एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने फैमिली कोर्ट के सीनियर जज से मुलाकात कर पूरी घटना की विस्तृत जानकारी दी. इसके बाद यह निर्णय लिया गया कि शुक्रवार को एक और बैठक कर इस मुद्दे के समाधान की दिशा में चर्चा की जायेगी. प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ अधिवक्ता शेखर कुंडू, अध्यक्ष अयन रंजन मुखर्जी, सचिव बाणी मंडल, अभय गिरि, सनातन धारा, सुप्रिय हाजरा सहित अन्य अधिवक्ता शामिल थे. अधिवक्ताओं ने आशा जताई कि उच्च अधिकारी मामले में सकारात्मक पहल करेंगे और न्याय दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठायेंगे.

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