बारिश बन गयी है छात्र-छात्राओं के लिए आफत
मुकेश तिवारी, पानागढ़
्थानीय छात्र-छात्राओं के अभिभावकों का आरोप है कि ऐसी दुरवस्था शायद ही क्षेत्र के किसी विद्यालय की होगी. जिस तरह की स्थिति में और स्कूल भवन में जान जोखिम में डाल कर हमारे बच्चे इस विद्यालय में पढ़ने जाते हैं. विद्यालय के शिक्षकों का भी यही अभियोग है कि प्रशासन और पंचायत इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही है. विद्यालय के प्रधान शिक्षक राम दास सोरेन का कहना है कि विद्यालय की जर्जर अवस्था को लेकर कई बार शिक्षा विभाग और उच्च अधिकारियों को पत्र भेजा गया लेकिन इस दिशा में अबतक कोई कदम नहीं उठाया गया. मालूम हो कि कक्षा एक से कक्षा चार तक उस विद्यालय में पढ़ाई होती है. विद्यालय में वर्तमान में कुल एक सौ के करीब छात्र छात्राएं पढ़ने है. ज्यादातर विद्यार्थी जंगलमहल के आदिवासी समुदाय के है. स्थानीय अभिभावकों का आरोप है कि हम लोग आदिवासी समुदाय के है इसलिए हमारे इस विद्यालय में विशेष कोई ध्यान नहीं देता है.
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