हूल दिवस : जुल्म के खिलाफ सतत संघर्ष का आदिवासी संकल्प
आदिवासी समाज के लिए बेहद महत्वपूर्ण दिन ''हूल दिवस'' और एक प्रमुख व्यक्तित्व की जयंती के अवसर पर रानीगंज के बांसड़ा इलाके के एसटीडी क्लब की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया.
By AMIT KUMAR | June 30, 2025 10:02 PM
रानीगंज.
आदिवासी समाज के लिए बेहद महत्वपूर्ण दिन ””हूल दिवस”” और एक प्रमुख व्यक्तित्व की जयंती के अवसर पर रानीगंज के बांसड़ा इलाके के एसटीडी क्लब की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया. क्लब के सचिव संजय हेम्ब्रम ने बताया कि यह दिन आदिवासी समाज के लिए बेहद खास है, क्योंकि इसी दिन आदिवासी समाज ने अपने जल, जंगल व जमीन की रक्षा के लिए स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी थी. उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने साम्राज्यवाद के खिलाफ आवाज़ बुलंद की थी, जिसकी प्रासंगिकता आज भी बनी हुई है.
इस अवसर पर आदिवासी समुदाय के लोगों के साथ-साथ सभी स्थानीय लोगों ने उत्साहपूर्वक कार्यक्रम में हिस्सा लिया सर्वप्रथम, राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया. इसके बाद एक रंगारंग जुलूस निकाला गया, जिसमें युवाओं ने आदिवासियों के पारंपरिक धमसा-मादल के साथ कंधे पर धनुष-बाण लिए हुए भाग लिया.
इसी दिन, रानीगंज के रानीसायर इलाके में एक संस्था ने भी इस विशेष दिन के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया. उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-19 पर रानीसायर चौराहे के पास स्थित सिदो कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और जुलूस के साथ अन्य कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लिया.
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