पुरुलिया
र. घुनाथपुर नगरपालिका के अध्यक्ष के पद पर तरुणी बाउरी बहाल कर दिये गये. इससे पहले तृणमूल कांग्रेस की आपसी गुटबाजी के कारण पालिका के अध्यक्ष तरुणी के खिलाफ पार्टी के ही छह पार्षदों ने कांग्रेस के एक पार्षद का साथ लेकर 24 अप्रैल को अविश्वास प्रस्ताव लाया था. मालूम हो कि कुल 13 सीटों वाली इस नगर पालिका में 10 सीटों पर तृणमूल कांग्रेस दो सीटों पर कांग्रेस तथा एक सीट पर भाजपा का कब्जा है.
समय पर अविश्वास प्रस्ताव पर नगर पालिका अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष कोई बैठक नहीं करने पर 16 मई तीन तृणमूल के पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पर 21 मई को एक बैठक नगर पालिका में बुलाया था. पर इस बीच 19 मई शहरी विकास निगम द्वारा रघुनाथपुर अनुमंडल अधिकारी विवेक पंकज को रघुनाथपुर नगर पालिका के प्रशासक के तौर पर नियुक्त किया गया. एवं रघुनाथपुर नगर पालिका को भंग कर दिया गया. 20 तारीख को तरुणी बाउरी ने अनुमंडल अधिकारी विवेक पंकज को कार्यभार सौंप दिया. पर शहरी विकास निगम के इस राय को चैलेंज करते हुए भाजपा पार्षद दिनेश शुक्ला ने उच्च न्यायालय में चुनौती देते हुए मामला कर दिया. इसी के तहत 16 जून को हाइकोर्ट में शहरी विकास विभाग की ओर से प्रशासक की नियुक्ति को अवैध करार देते हुए सभी पार्षदों के पार्षद पद को बहाल करने का निर्देश दिया. इसी के तहत शहरी विकास विभाग की ओर से शुक्रवार जिला शासक को कोर्ट के निर्देश का पालन करने की चिट्ठी भेजी गयी. उसी दिन शाम रघुनाथपुर अनुमंडल कार्यालय में अनुमंडल अधिकारी विवेक पंकज ने तरुणी बाउरी को नगरपालिका के अध्यक्ष का कार्यभार सौंप दिया.
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