रानीगंज. पश्चिम बर्दवान जिले के आसनसोल व रानीगंज ही नहीं, बल्कि देशभर में साइबर अपराध के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इनसे निपटने के लिए जागरूकता को ही एकमात्र प्रभावी तरीका माना जा रहा है. इसके मद्देनजर, रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स ने रानीगंज इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और रोटरैक्ट क्लब के सहयोग से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ. यह कार्यक्रम रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स के सभागार में हुआ, जिसका मुख्य उद्देश्य साइबर अपराधों व उनकी रोकथाम के बारे में जनता को सजग व शिक्षित करना था. इस संगोष्ठी में आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट(एडीपीसी) के साइबर क्राइम सेल के आइसी विश्वजीत मुखर्जी और इंडियन साइबर डिफेंस के सीईओ मनदीप सिंह मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे. इनके अलावा, रानीगंज थाना प्रभारी विकास दत्त भी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थे. मौके पर, रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से प्रोग्राम चेयरमैन और चेंबर ऑफ कॉमर्स के चेयरमैन अरुण भरतीया, चेंबर के अध्यक्ष रोहित खेतान, जनरल सेक्रेटरी अरुणमय कुंडु और चेंबर के तमाम सदस्य उपस्थित रहे. अधिकारियों ने उपस्थित सभी लोगों को साइबर अपराध कैसे होते हैं और उनसे कैसे बचा जा सकता है, इस बारे में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने जोर देकर कहा कि सोशल मीडिया पर अपनी व्यक्तिगत और संवेदनशील जानकारी अत्यधिक साझा करने से बचें, क्योंकि हैकर्स इसका फायदा उठा सकते हैं. वक्ताओं ने आगाह किया कि किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें, क्योंकि यह साइबर अपराधियों का बिछाया गया जाल हो सकता है, जिसमें आप फंस सकते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि आज के समय में ऑनलाइन लेनदेन एक आवश्यकता बन गया है, लेकिन इसमें अत्यधिक सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है.अधिकारियों ने कहा कि आजकल अपराधी लोगों को डिजिटल अरेस्ट नाम पर डराकर या बैंक लोन या अन्य स्कीम के नाम पर लालच देकर अपना शिकार बनाते हैं. उन्होंने सलाह दी कि हर व्यक्ति को इन सभी बातों के प्रति सतर्क रहना चाहिए. इसके बावजूद यदि कोई व्यक्ति साइबर ठगी का शिकार हो जाता है, तो उसे तुरंत पुलिस प्रशासन की मदद लेनी चाहिए.
संबंधित खबर
और खबरें