बंगाल की सत्ता में तृणमूल के रहते नहीं होगा विकास

हुंकार. पीएम ने दुर्गापुर में जनसभा से तृणमूल पर साधा निशाना

By GANESH MAHTO | July 19, 2025 12:44 AM
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यहां की सरकार लोगों की जान माल की सुरक्षा नहीं दे सकती, तो निवेशकों को भी चिंता होती है, बंगाल में है संभावना बहुत ज्यादा

नीरज श्रीवास्तव, दुर्गापुर

शुक्रवार को शहर के नेहरू स्टेडियम में आयोजित आम जनसभा की शुरुआत बंगला में बड़ों देर के प्रणाम और छोटोदेर भालोभाषा कहते हुए किया. जय मां काली, जय मां दुर्गा के जयकारे के साथ उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि यह सावन का पवित्र महीना है, ऐसे पावन समय में पश्चिम बंगाल के विकास पर्व में हिस्सा लेने का मौका मिला है.

पश्चिम बंगाल की धरती प्रेरणा से भरी हुई है. यह देश के पहले उद्योगमंत्री डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की धरती है. उन्होंने भारत के औद्योगिक विकास की नींव रखी. देश का पहला इंडस्ट्रियल पॉलिसी बनाने वाले बीसी राय जैसे विजनरी नेटवर्क की धरती है. जिन्होंने दुर्गापुर को बड़े संकल्पों के लिए चुना था.

जो बंगाल देता था रोजगार, आज यहां से लोग कर रहे हैं पलायन

दुर्गापुर, बर्दवान और आसनसोल यह पूरा क्षेत्र भारत के औद्योगिक विकास को किसी जमाने में गति दे रहे थे. लेकिन आज यहां नए उद्योग लगने के बजाय उसको भी ताले लग रहे हैं. हमें बंगाल को इस बुरे दौर से बाहर निकलना हैऔर आज जो परियोजनाएं यहां शुरू हुई है वह इसी का प्रतीक है. बंगाल बदलाव चाहता है, बंगाल विकास चाहता है. बंगाल के प्रभुत्व लोग जानते हैं आज का दौर नई टेक्नोलॉजी का है. बंगाल के उद्योगों को भी नई टेक्नोलॉजी की जरूरत है. आज जो गैस आधारित इकॉनोमी का काम आगे बढ़ रहा है, स्टील प्लांट को आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस करने का काम हुआ है. वह भारत सरकार की इसी सोच का नतीजा है.

हमें दुर्गापुर व पश्चिम बंगाल का पुराना गौरव वापस लाना है. इसके लिए जरूरी है. कि पश्चिम बंगाल में नया निवेश आए. लोग यहां उद्योग लगाने के लिए आगे आए. यहां के नौजवानों की शिक्षा और कौशल पर ज्यादा निवेश हो. लेकिन.जब तक यहां टीएमसी की सरकार रहेगी. यह कभी भी नहीं होने देगी. बीते दशक में यहां अस्थिरता पैदा की गई है. राज्य की सरकार बंगाल में निवेश विरोधी है. नौकरी विरोधी है. आप जरा सोचिए, जहां मुर्शिदाबाद जैसे दंगे होते हो, छोटी-छोटी बातों पर हिंसा हो जाती हो और पुलिस कार्रवाई न करें, जहां न्याय की कोई उम्मीद ना हो. वहां कोई कैसे निवेश कर सकता है. यहां की राज्य सरकार लोगों की जान और उनकी दुकान की सुरक्षा नहीं कर सकती तो निवेशकों को भी चिंता होती है.पश्चिम बंगाल में है संभावना, गुंडा टैक्स से हैं सभी चिंतित प्रधानमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जितनी संभावना है उनको देखते हुए दुनिया भर के निवेशक यहां पैसा लगाने को आना चाहेंगे. लेकिन यहां टीएमसी के लोग धमकाते हैं, तोड़फोड़ करके काम बंद करने की धमकियां देते हैं तो वह भी डर कर भाग जाते हैं. यह जो टीएमसी का गुंडा टैक्स है यह बंगाल में निवेश को रोकता है. यहां संसाधनों पर माफिया का कब्जा है . वह बंगाल में निवेश को रोकता है . यहां की सरकार अपने नेताओं को भ्रष्टाचार की खुली छूट देने के लिए बनती है. कब कौन सी नीति पलट दी जाए इसकी भी कोई गारंटी नहीं. यही कारण है कि तृणमूल के राज्य में सैकड़ो कंपनियां पश्चिम बंगाल छोड़ चुकी है. तभी तो यहां नौजवनों को आगे बढ़ने के अवसर नहीं मिल रहा है और बंगाल का ये हाल हो गया है. इसलिए आज हर कोई कह रहा है तृणमूल हटाओ बंगाल बचाओ.

भाजपा ऐसी राष्ट्रीय पार्टी है जिसका बीज बंगाल की मिट्टी में पनपा है. भाजपा की वैचारिकता को बंगाल के सपूत डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपने खून से सींचा है. डॉक्टर मुखर्जी ने एक देश एक संविधान का जो सपना देखा वहीं भाजपा का संकल्प बना और उसे हमने पूरा करके भी दिखाया. भाजपा बांग्ला भाषा को प्रेरणा परंपरा और पहचान का माध्यम मानती है. भाजपा के लिए बांग्ला अस्मिता सर्वोपरि है. देश में जहां भी भाजपा है, वहां बंगाल का सम्मान है. पश्चिम बंगाल के लोगों का सम्मान है, लेकिन यहां पश्चिम बंगाल में क्या हो रहा है. यहां तृणमूल ने अपने स्वार्थ में पश्चिम बंगाल की पहचान को भी दाव पर लगा दिया. इसके लिए घुसपैठ को बढ़ावा दिया जा रहा है. घुसपैठियों के फर्जी कागज बनाए जा रहे हैं. इसका एक पूरा एक सिस्टम यहां डेवलप किया गया है. यह पश्चिम बंगाल की देश की सुरक्षा के लिए खतरा है. घुसपैठियों के पक्ष में नई मुहिमशुरू कर दी है. यह देश के संविधान को संविधान संवैधानिक संस्थाओं को भी चुनौती दे रहे हैं . टीएमसी आज उनके समर्थन में खुलकर उतर आई है. लेकिन मैं दुर्गापुर की धरती से साफ-साफ कह रहा हूं कि जो भारत का नागरिक नहीं है जो घुसपैठ करके आया है उसके साथ भारत के संविधान के तहत न्याय संवत कार्रवाई होती रहेगी. पश्चिम बंगाल को डबल इंजन की सरकार की जरूरत है. यहां भाजपा सरकार इसलिए भी चाहिए ताकि दिल्ली से भेजा एक एक रुपया आपकी सुविधा के लिए लगे, गरीब कल्याण , आदिवासी कल्याण की जो योजनाएं पूरे देश में लागू है उनका लाभ पश्चिम बंगाल के लोगों को भी मिले. तृणमूल सरकार केंद्र की योजनाओं को या तो रोक लेती है या फिर उनमें भ्रष्टाचार करती है. रोड, रेल टेलीकॉम ऐसे अनेक विभागों से जुड़े अनेक प्रोजेक्ट लटके हुए हैं. केंद्र सरकार उनके लिए हजारों करोड रुपए दे रही है फिर भी इन परियोजनाओं को जानबूझकर लटकाया जा रहा. हमने पूरे देश में हर घर जल का अभियान चलाया है, देश में कई राज्य से हैं जहां हर घर में नल लगा चुका है लेकिन पश्चिम बंगाल में दुर्भाग्य से एक जिला भी ऐसा नहीं है जहां शत प्रतिशत नल से जल पहुंचा. देश भर में चार करोड़ गरीब परिवारों को पीएम आवास योजना के तहतपक्के के घर दिए जा चुके हैं. लेकिन पश्चिम बंगाल के लाखों गरीब परिवार कोउ नके पक्के घर नहीं मिल पा रहे आयुष्मान स्कीम पूरे देश में चल रही है. करोड़ों लोग इसका फायदा उठा चुके हैं लेकिन यहां तृणमूल इसे लागू नहीं कर रही है. गरीब हो या आदिवासी अपनी राजनीति के लिए टीएमसी सभी को वंचित कर रही है. केंद्र कैसी कई योजना है. जिनको टीएमसी ने यहां रोक रखा है. भाजपा सरकार में इन सभी योजनाओं का फायदा पश्चिम बंगाल के हर परिवार को मिलेगा. यह मोदी की गारंटी है. बीजेपी बंगाल को संकट से बाहर निकालने के लिए प्रतिबद्ध है. बंगाल को माफिया नहीं काबिल शिक्षक चाहिए, बंगाल को परिवारवाद नहीं, प्रतिभा का सम्मान चाहिए बंगाल को सिंडिकेट नहीं स्टार्टअप का एक सिस्टम चाहिए बंगाल को ऐसी सरकार चाहिए जो शांति और सुरक्षा की गारंटी दे सके भाजपा इसी संकल्प जागरण का कालखंड है. मैं यहां के गांव गांव में एक नई उम्मीदनई लहर देख रहा हूंमैं यहां के नव जवानों में एक नया जोश अनुभव कर रहा हूं.

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