विश्वभारती के नये कुलपति प्रबीर कुमार घोष की घोषणा के महज 24 घंटे के अंदर ही विश्व विरासत शांति निकेतन में पर्यटकों या सैलानियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया. इस आशय पर शनिवार को विश्वभारती प्रबंधन की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गयी. एक बार फिर शांतिनिकेतन में वर्ल्ड हेरिटेज देखने आनेवालों और पर्यटकों में उदासी छा गयी है.
By AMIT KUMAR | March 22, 2025 9:43 PM
बोलपुर.
विश्वभारती के नये कुलपति प्रबीर कुमार घोष की घोषणा के महज 24 घंटे के अंदर ही विश्व विरासत शांति निकेतन में पर्यटकों या सैलानियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया. इस आशय पर शनिवार को विश्वभारती प्रबंधन की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गयी. एक बार फिर शांतिनिकेतन में वर्ल्ड हेरिटेज देखने आनेवालों और पर्यटकों में उदासी छा गयी है. लेकिन विश्वभारती प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि जल्द ही कुछ नियम व शर्तों के साथ पर्यटकों के प्रवेश का रास्ता साफ कर दिया जायेगा. विश्वभारती प्रबंधन की ओर से बताया गया है कि यदि कोई विश्वभारती के आश्रम को देखना चाहता है, तो दो सप्ताह पहले विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी को ई-मेल कर आवेदन कर सकता है.
गौरतलब है कि पहले पर्यटक विश्वभारती परिसर में जा सकते थे. अलबत्ता, उनके लिए दोपहर 2:00 बजे के बाद से प्रवेश का समय रखा गया था. वर्ष 2020 में कोरोना-काल से आश्रम परिसर को सैलानियों के लिए बंद कर दिया गया था. बाद में स्थिति सामान्य हो गयी, लेकिन पर्यटकों के लिए आश्रम नहीं खोला गया. तत्कालीन कुलपति विद्युत चक्रवर्ती ने इस दिशा में उपयुक्त कदम नहीं उठाया. उसके बाद बीते पांच वर्षों से स्वाभाविक स्थिति में भी पर्यटकों के लिए विश्वभारती का दरवाजा नहीं खोला गया.
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