तृणमूल नेता ने राजनीतिक कार्यक्रमों में व्यस्त होने के कारण सीबीआई से मांगा वक्त
सूत्रों के अनुसार, उन्हें गत मंगलवार को ही नोटिस भेजा गया था और बुधवार को यहां निजाम पैलेस स्थित केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय में हाजिर होने को कहा गया था. हालांकि, तृणमूल नेता सीबीआई कार्यालय में हाजिर नहीं हुए. बताया जा रहा है कि तृणमूल नेता ने चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक कार्यक्रमों में व्यस्त होने के कारण सीबीआई से वक्त मांगा है. यानी चुनाव के पहले वह फिलहाल केंद्रीय जांच एजेंसी के समक्ष हाजिर नहीं हो सकते हैं.
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2022 में मई महीने में केंद्रीय जांच एजेंसी ने पूछताछ के लिए भेजा था नोटिस
कोयला तस्करी की जांच के तहत सीबीआई तृणमूल नेता मोल्ला को पहले भी पूछताछ के लिए तलब कर चुकी है. वर्ष 2022 में मई महीने में केंद्रीय जांच एजेंसी ने उन्हें पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था, लेकिन वह उस वक्त भी सीबीआई कार्यालय में हाजिर नहीं हुए थे. हालांकि, इसके बाद सीबीआई की दूसरी नोटिस के बाद वह उक्त साल जून महीने में केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय में उपस्थित हुए थे. सूत्रों के अनुसार, सीबीआई को जांच में पता चला है कि आसनसोल से अवैध तरीके से कोयला दक्षिण 24 परगना में भेजे गये थे. उक्त विषय को लेकर ही सीबीआई कुछ लोगों से पूछताछ करना चाहती हैं, जिनमें से मोल्ला का भी नाम है.
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तृणमूल नेता को तलब किये जाने पर केंद्रीय जांच एजेंसी व भाजपा पर भड़कीं मुख्यमंत्री
सीबीआइ द्वारा तृणमूल विधायक मोल्ला को तलब किये जाने पर मुख्यमंत्री व सत्तारूढ़ पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने भाजपा और केंद्रीय जांच एजेंसी की भूमिका की आलोचना की है. इस दिन जादवपुर लोकसभा सीट पर तृणमूल उम्मीदवार सायनी घोष के समर्थन में बारुईपुर पूर्व में आयोजित जनसभा के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि “भाजपा केंद्रीय जांच एजेंसियों की दुरुपयोग कर रही है. अभी लोकसभा चुनाव चल रहा है. अंतिम चरण का मतदान होने वाला है. दक्षिण 24 परगना में चुनाव पार्टी के कार्यों में विधायक सौकत मोल्ला व्यस्त हैं और मंगलवार की रात को उन्हें नोटिस मिलता है. कहा जाता है कि अगले ही दिन ही हाजिर होना. यह ‘जमींदारी’ है क्या? इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है.
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