शहर में सरकारी भूमि पर लगे पेड़ों की स्थिति जानने को होगा सर्वे

हावड़ा नगर निगम (एचएमसी) परिसर में बुधवार को पेड़ गिरने से दो निगम कर्मियों की मौत हो गयी थी.

By SUBODH KUMAR SINGH | July 4, 2025 1:05 AM

मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद एचएमसी और केएमडीए एक्शन में

संवाददाता, हावड़ा.

हावड़ा नगर निगम (एचएमसी) परिसर में बुधवार को पेड़ गिरने से दो निगम कर्मियों की मौत हो गयी थी. मामले में मुख्यमंत्री के कड़े रुख के बाद निगम और कोलकाता मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (केएमडीए) के अधिकारी हरकत में आ गये हैं. गुरुवार को निगम प्रशासनिक बोर्ड के चेयरमैन डॉ सुजय चक्रवर्ती ने घोषणा की कि हावड़ा में सभी सरकारी कार्यालयों के परिसर में स्थित पेड़ों की गहन जांच की जायेगी और यह पता लगाने के लिए सर्वे शुरू होगा कि आखिर पेड़ क्यों झुक रहे हैं. डॉ चक्रवर्ती ने कहा कि शहर के विभिन्न हिस्सों में झुके हुए और खतरनाक स्थिति में मौजूद पेड़ों की पहचान की जा रही है और उन्हें काटा जायेगा. उन्होंने स्वीकार किया कि शहर में हजारों पेड़ होने के कारण हर जगह मिट्टी की जांच करना संभव नहीं है, लेकिन नगर निगम यह सुनिश्चित करेगा कि उसके अधिकार क्षेत्र के सभी पेड़ अच्छी स्थिति में हों. उन्होंने बताया कि जिन पेड़ों की स्थिति ठीक नहीं होगी, उनके लिए आवश्यक कदम उठाये जायेंगे. गौरतलब रहे कि बुधवार को यूकेलिप्टस का पेड़ उखड़ने से दो निगम कर्मियों की मौत की घटना हावड़ा में अकेली नहीं है. हावड़ा शहर के हर कोने में कई पेड़ खतरनाक तरीके से झुके हुए हैं, जिससे किसी भी समय बड़े खतरे की आशंका है. विशेषज्ञों ने नगरपालिका से अनुरोध किया है कि वे ऐसे सभी पेड़ों को तुरंत काट दें जो खतरा बन सकते हैं. सलकिया, बाबूडांगा, घुसुड़ी, तांतीपाड़ा, टिकियापाड़ा और डुमुरजाला जैसे इलाकों में सड़क किनारे, सरकारी कार्यालयों और पुराने मकानों पर कई झुके हुए पेड़ मौजूद हैं. सलकिया के जटाधारी पार्क स्थित हावड़ा नगर निगम के बोरो कार्यालय के गेट पर भी एक यूकेलिप्टस का पेड़ खतरनाक स्थिति में है, जिससे दुर्घटना हो सकती है. बेलूड़ के श्रीनिवास देवरालिया रोड के किनारे भी एक पेड़ लंबे समय से सड़क की ओर झुका हुआ है.

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