Mamata Banerjee : जलपाईगुड़ी में ममता बनर्जी ने चाय पर की चर्चा
Mamata Banerjee : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जलपाईगुड़ी में एक स्थानीय चाय की दुकान पर चाय बनाई वहीं जलपाईगुड़ी में चाय बागान श्रमिकों से मुलाकात और बातचीत की.
By Shinki Singh | April 3, 2024 4:39 PM
Mamata Banerjee : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) फिलहाल उत्तर बंगाल के दौरे पर है. ममता बनर्जी अचानक कार से उतरकर सड़क किनारे एक चाय की दुकान में घुस गईं. इतना ही नहीं उन्होंने अपने हाथों से सबके लिये चाय बनाई और फिर सभी को खिलाया. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने जलपाईगुड़ी में एक चाय बागान का भी दौरा किया. वह वहां कार्यकर्ताओं से बात करती नजर आईं.
#WATCH पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जलपाईगुड़ी में चाय बागान श्रमिकों से मुलाकात और बातचीत की।
कुछ दिन पहले जलपाईगुड़ी तूफान से तबाह हो गया था. खबर मिलते ही ममता बनर्जी रात में ही कोलकाता से वहां पहुंच गईं. प्रभावित इलाकों का दौरा किया. तूफान से तबाह हुए परिवारों से बात की. मुख्यमंत्री ने सरकारी मदद का भी आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि वह अगले कुछ दिनों तक उत्तर बंगाल में रहेंगे. बुधवार को ममता जलपाईगुड़ी के चालसा इलाके में एक जनसंपर्क कार्यक्रम में थीं. मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के लोगों की शिकायतें सुनीं.
जलपाईगुड़ी में चाय की दुकान पर ममता बनर्जी ने बनाई चाय
उसी समय वह दोपहर के समय एक चाय की दुकान में घुस गई. दुकानदार से सभी के लिए चाय बनाने को कही, इसके बाद वह खुद ही चाय बनाने लगी. मुख्यमंत्री को देख ग्रामीण अभिभूत हो गये. साथ ही ग्रामीणों ने ममता बनर्जी को सड़क और पेयजल से जुड़ी कई समस्याएं बताईं. ममता ने कहा कि अभी चुनाव आचार संहिता है. लेकिन उन्होंने ग्रामीणों से यह भी कहा कि समस्या का जल्द समाधान किया जायेगा.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और TMC अध्यक्ष ममता बनर्जी ने जलपाईगुड़ी में एक स्थानीय चाय की दुकान पर चाय बनाई।
पहले भी ममता बनर्जी को राज्य के अलग-अलग हिस्सों में जनसंपर्क के दौरान आम लोगों से बातचीत करते देखा गया है. वह घर की लड़की की तरह गांव वालों के घर बैठ कर बातें करती नजर आती है. मुख्यमंत्री को रसोई में घुसकर खाना बनाते हुए भी कई बार दिखी है. ममता बनर्जी का जनसंपर्क करने का तरीका अन्य राजनेताओं से काफी अलग है. मुख्यमंत्री पहाड़ों से लेकर जंगलों और मैदानों तक जहां भी जाती है वह सबकी समस्याओं को सुनती है.