पश्चिम बंगाल : तृणमूल के दो नवनिर्वाचित विधायकों ने विधानसभा परिसर में फिर से शुरू किया धरना
पश्चिम बंगाल : दोनों नवनिर्वाचित विधायकों ने राजभवन में शपथ ग्रहण करने के राज्यपाल का आमंत्रण स्वीकार करने से इनकार करते हुए दावा किया है कि परंपरा के अनुसार उपचुनाव में जीतने वालों के मामले में, राज्यपाल सदन के स्पीकर या डिप्टी स्पीकर को शपथ दिलाने का दायित्व सौंपते हैं.
By Shinki Singh | July 2, 2024 5:05 PM
पश्चिम बंगाल : राजभवन के बजाय विधानसभा (Assembly) में शपथ दिलाने की मांग कर रहे तृणमूल कांग्रेस के दो नवनिर्वाचित विधायकों ने मंगलवार को अपना धरना फिर से शुरु कर दिया है. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने उन्हें राजभवन में शपथ ग्रहण करने के लिए पिछले बुधवार को आमंत्रित किया था. बड़ानगर विधायक सायंतिका बंद्योपाध्याय और भागबंगला विधायक रेयात हुसैन सरकार ने राजभवन में शपथ ग्रहण करने से मना कर दिया है. वे दोनों, लोकसभा चुनाव के साथ हुए राज्य विधानसभा उपचुनाव में निर्वाचित हुए थे.उनका धरना चौथे दिन मंगलवार को भी जारी रहा.
नवनिर्वाचित विधायकों का 4 दिनों से धरना जारी
इससे पहले, वे 27,28 जून और एक जुलाई को धरना पर बैठे थे.उन्होंने विधानसभा परिसर में डॉ भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा के सामने अपना धरना फिर से शुरू किया. वे दोनों यह मांग कर रहे हैं कि राज्यपाल बोस उन्हें सदन में शपथ ग्रहण कराएं ताकि वे विधायक के तौर पर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें. दोनों नवनिर्वाचित विधायकों ने राजभवन में शपथ ग्रहण करने के राज्यपाल का आमंत्रण स्वीकार करने से इनकार करते हुए दावा किया है कि परंपरा के अनुसार उपचुनाव में जीतने वालों के मामले में, राज्यपाल, सदन के स्पीकर या डिप्टी स्पीकर को शपथ दिलाने का दायित्व सौंपते हैं.
कूच बिहार में महिला पर हमले के खिलाफ भाजपा विधायकों का प्रदर्शन
भारतीय जनता पार्टी की चार महिला विधायकों ने उत्तर दिनाजपुर जिले में एक युगल पर हमले और कूचबिहार में एक महिला को कथित रूप से प्रताड़ित करने की घटना के विरोध में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन पश्चिम बंगाल विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया.आसनसोल से भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल और तीन अन्य विधायकों ने दोनों घटनाओं में शामिल लोगों को सजा देने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.