श्री विजयवर्गीय ने कहा कि केंद्र से बंगाल से अधिक राशि मिलने के बावजूद ममता जी इसे स्वीकार नहीं रही है. इसके तथ्यात्मक आंकड़ों से केंद्रीय गृह मंत्री जी ने सरकार को अवगत भी कराया है. बंगाल में चक्रवाती तूफान अम्फन (Cyclone Amphan) आया था. उसमें प्रधानमंत्री खुद 24 घंटे के अंदर बंगाल गये थे और अग्रिम राशि के रूप में 1000 करोड़ रुपये दिये थे.
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उन्होंने आरोप लगाया कि इस राशि का टीएमसी के कार्यकर्ताओं में बंदरबाट किया गया और उसका अभी तक राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट भी नहीं दिया है और भविष्य में कितने पैसे की जरूरत होगी और कैसे उपयोग होगा. इसकी रिपोर्ट भी नहीं दी है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों को 5 किलो अनाज बांटने के लिए दिया था, लेकिन वह भी आज तक नहीं बांटी गयी है. उसमें भी हेराफेरी हुई है. उन्होंने कहा कि केंद्र से सहयोग मांगना और चुनाव के दौरान टीएमसी कार्यकर्ताओं को पैसे बांटना सही नहीं है. इस मुद्दे को ममता जी पूरी तरह से राजनीतिकरण कर रही हैं. केंद्र सरकार के पैसे का दुरुपयोग कर ही हैं. उन्होंने कहा कि आम जनता के पैसा को कोई मुख्यमंत्री दुरुपयोग करेगा, तो कौन पैसा देगा. पैसे के दुरुपयोग के आरोप में इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
मालूम हो कि कोलकाता में अत्याधुनिक कोरोना टेस्टिंग लैब (Corona Testing Lab) के वर्चुअल उद्घाटन के मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध कर राज्य का बकाया जल्द दिलाने का आह्वान किया था. साथ इन अत्याधुनिक टेस्टिंग लैब राज्य सरकार को देने की मांग मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से की है.
Posted By : Samir Ranjan.