कोलकाता का पारा पहुंचा 43 के पार
मौसम का इतिहास कहता है कि 19वीं सदी की शुरुआत में भी बंगाल में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ती थी. 2 अप्रैल, 1902 को कलकत्ता में पारा 43.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. इसके बाद अप्रैल 1954 में कलकत्ता भी ऐसे ही गर्मी बढ़ी थी. पारा 43.3 डिग्री के रिकॉर्ड औसत तापमान पर पहुंच गया था.इस बार अप्रैल के अंत में तापमान 43 डिग्री रहा. पारा 43 डिग्री होने के बावजूद गर्मी 46 डिग्री जैसी लग रही है.
बंगाल के गंगा वाले जिलों में हो सकती है बारिश
हालांकि पिछले रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौसम विभाग के विशेषज्ञों ने कहा था कि दक्षिण बंगाल में तापमान ज्यादा बढ़ने की संभावना नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि पिछले कुछ दिनों में पारा जितना बढ़ा है, उससे ज्यादा तापमान नहीं बढ़ेगा. बल्कि लू की तीव्रता कम हो सकती है. मौसम विभाग के सूत्रों ने यह भी कहा कि बंगाल की खाड़ी से आने वाली दक्षिणी हवाएं, जो गर्मियों के दौरान दक्षिण बंगाल में तूफान का कारण बनती हैं, अगले रविवार से राज्य में प्रवेश करना शुरू कर सकती हैं.जिसके कारण पश्चिम बंगाल के गंगा वाले जिलों में बारिश हो सकती है. शनिवार तक गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा.
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इन जिलों में बारिश की संभावना
उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मेदिनीपुर में रविवार को गरज के साथ बारिश होने की संभावना है. अगले सोमवार और मंगलवार को बारिश बढ़ सकती है. गरज वाले बादल बनने से बारिश की संभावना है. हालांकि, मौसम विभाग ने यह स्पष्ट नहीं किया कि शहरवासियों को राहत मिलेगी या नहीं. मौसम कार्यालय के मुताबिक दक्षिण बंगाल में बारिश की संभावना है. कोलकाता में बारिश होगी या नहीं यह एक-दो दिन में समझ आ जायेगा.
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