गौरतलब है कि अमेरिकी में सार्वजनिक जगहों या भीड़ भाड़ वाले इलाकों में गोली चला देना आम बात हो गयी है. इसी सप्ताह अमेरिका के कोलोराडो स्थित एक नाइट क्लब में हुई गोलीबारी में 5 लोगों की मौत हो गई जबकि 18 से ज्यादा लोग इस हमले में घायल हो गये. घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया था.
आम होती जा रही है अमेरिका में गोलीबार: बता दें, अमेरिकी में गोलीबारी की घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है. बंदूकधारी के हमले से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इससे पहले अक्टूबर महीने में अमेरिका के मेक्सिको के मैक्सिकन सिटी हॉल में भी अंधाधुंध फायरिंग की गई थी. उस फायरिंग में मेयर समेत 18 लोगों की मौत हो गई थी. एक कार्यक्रम के दौरान एक शख्स ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी.
आम लोगों की जा रही है जान: अंधाधुंध फायरिंग में आम लोगों की मौत हो रही है. बीते कुछ महीने पहले अमेरिका के टेक्सास में 18 साल के एक युवक ने स्कूल में घुसकर 23 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. मरने वालों में 19 बच्चों थे. इसी साल जनवरी से लेकर अक्टूबर महीने में बंदूकधारी कातिलों ने अंधाधुंध फायरिंग कर कितने ही लोगों की जान ले ली. दरअसल, अमेरिका में बंदूक रखने की आजादी के कारण कोई भी किसी तरह का हथियार रख सकता है.
काफी पुराना है अमेरिका का गन कल्चर: अमेरिका में कोई भी नागरिक अपने पास गन रख सकता है. यहीं से अमेरिका के गन कल्चर की शुरुआत होती है. इस के चलते अमेरिका के दुकानों में बंदूक उतनी ही आसानी से मिल जाती है, जितनी आसानी से भारत में इलेक्ट्रॉनिक सामान और मोबाइल फोन मिलते हैं. अपने गन कल्चर के कारण ही बीते 50 सालों में अमेरिका में लाखों लोग बंदूक से होने वाली हिंसा के शिकार हुए हैं. और यह अनवरत अभी भी जारी है.
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