China Warn America: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा नई टैरिफ नीति लागू करने की घोषणा के बाद चीन ने सख्त प्रतिक्रिया दी है. चीन ने साफ कहा कि अगर अमेरिका ने व्यापारिक युद्ध छेड़ने का फैसला कर लिया है, तो वह भी इस संघर्ष में पूरी मजबूती के साथ डटा रहेगा.
चीन ने क्या कहा?
अमेरिका में स्थित चीन के दूतावास (Embassy of China in the United States) ने अपने बयान में कहा, “अगर अमेरिका को युद्ध चाहिए, चाहे वह टैरिफ युद्ध हो, व्यापार युद्ध हो या कोई अन्य प्रकार का आर्थिक टकराव, तो हम इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं और अंत तक लड़ेंगे.” यह बयान तब आया जब डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल से चीन, भारत और अन्य देशों के खिलाफ टैरिफ शुल्क लागू करने की घोषणा की.
ट्रंप का तर्क
डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि भारत, चीन, ब्राजील, मैक्सिको और यूरोप सहित कई देशों ने दशकों से अमेरिका के खिलाफ ऊंचे टैरिफ लगाए हैं, जो अनुचित हैं. ट्रंप के अनुसार, अमेरिका अब इसका जवाब देगा और उन देशों पर टैरिफ लगाएगा जो अमेरिकी उत्पादों पर ज्यादा शुल्क लगा रहे हैं.
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ट्रंप ने कहा, “अन्य देशों ने लंबे समय तक हमें आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाया है. अब हमारी बारी है कि हम उनका मुकाबला करें.” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कई देशों ने अमेरिकी व्यापार को कमजोर करने के लिए टैरिफ का गलत इस्तेमाल किया है.
व्यापारिक युद्ध की चेतावनी
चीन ने ट्रंप की इस नीति पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि यदि अमेरिका इस टकराव को बढ़ाने पर आमादा है, तो चीन भी इस संघर्ष को अंत तक लड़ने के लिए तैयार है. चीन ने यह भी संकेत दिया कि इस फैसले का असर वैश्विक व्यापार पर पड़ सकता है और आर्थिक अस्थिरता बढ़ सकती है.
वैश्विक बाजार पर असर
अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव पहले से ही जारी था और अब ट्रंप के इस फैसले से यह संघर्ष और गहरा सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के कदम वैश्विक आर्थिक स्थिरता को प्रभावित कर सकते हैं और अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं. अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक संबंधों में पहले से ही खटास थी, लेकिन ट्रंप के इस नए फैसले से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ सकता है. आने वाले समय में इस व्यापार युद्ध का असर न केवल अमेरिका और चीन बल्कि पूरी वैश्विक अर्थव्यवस्था पर दिख सकता है.
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