Russia-Ukraine War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से बातचीत की है. इस चर्चा के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि लंबे समय से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने का कोई समाधान निकल सकता है. ट्रंप के साथ बातचीत के बाद पुतिन ने उन्हें मॉस्को आने का आमंत्रण दिया है. वहीं, जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस वार्ता की जानकारी साझा करते हुए बताया कि दोनों नेताओं के बीच शांति स्थापित करने की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई.
जेलेंस्की ने ट्रंप से बातचीत को बताया सार्थक
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने ट्रंप के साथ यूक्रेन की तकनीकी क्षमताओं, ड्रोन और उन्नत रक्षा उद्योगों पर चर्चा की. उन्होंने ट्रंप के साथ सहयोग को लेकर अपनी तत्परता जाहिर की और बताया कि ट्रंप ने भी इस पहल में गहरी रुचि दिखाई है. इसके अलावा, सेक्रेटरी स्कॉट बेसेन्ट के साथ सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और संसाधन साझेदारी से जुड़े एक नए दस्तावेज की तैयारी को लेकर भी चर्चा हुई.
I had a meaningful conversation with @POTUS. We long talked about opportunities to achieve peace, discussed our readiness to work together at the team level, and Ukraine’s technological capabilities—including drones and other advanced industries. I am grateful to President Trump… pic.twitter.com/2SIOTX3jEp
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) February 12, 2025
ट्रंप ने पुतिन के साथ बातचीत की जानकारी साझा की
जेलेंस्की ने बताया कि ट्रंप ने उनके साथ पुतिन से हुई बातचीत का विवरण भी साझा किया. उन्होंने कहा कि यूक्रेन से ज्यादा कोई भी शांति नहीं चाहता और अमेरिका के साथ मिलकर वे रूसी आक्रमण को रोकने और स्थायी शांति स्थापित करने के लिए कदम उठा रहे हैं. जेलेंस्की के अनुसार, ट्रंप ने वार्ता के दौरान कहा, “चलो इसे पूरा करते हैं.” दोनों नेताओं ने भविष्य में संपर्क बनाए रखने और आगामी बैठकों की योजना बनाने पर सहमति जताई है.
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रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप और पुतिन की अहम बातचीत, मॉस्को दौरे का मिला न्योता
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हाल ही में फोन पर लंबी बातचीत हुई, जिसमें यूक्रेन युद्ध, मिडिल ईस्ट के हालात, ऊर्जा संकट, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डॉलर की स्थिति जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई. इस बातचीत की जानकारी ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा की, जबकि क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने भी इसकी पुष्टि की और बताया कि पुतिन ने ट्रंप को मॉस्को आने का निमंत्रण दिया है.
ट्रंप और पुतिन की चर्चा में क्या-क्या हुआ?
ट्रंप ने अपनी पोस्ट में बताया कि बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने अपने-अपने देशों के इतिहास, द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिका-रूस की साझेदारी और उस युद्ध में जान गंवाने वाले लाखों लोगों को याद किया. उन्होंने कहा कि रूस ने करोड़ों नागरिकों को खोया, वहीं अमेरिका ने भी बड़ी संख्या में अपने लोगों को गंवाया. ट्रंप ने आगे कहा, “हमने अपने-अपने देशों की शक्ति और आपसी सहयोग से होने वाले फायदों पर चर्चा की. लेकिन सबसे जरूरी यह है कि हमें रूस-यूक्रेन युद्ध में हो रही लाखों मौतों को रोकना है.” उन्होंने यह भी बताया कि पुतिन ने उनकी ‘कॉमन सेंस’ (सामान्य भावना) की नीति का समर्थन किया.
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यूक्रेन युद्ध खत्म करने की दिशा में बढ़ेंगे कदम
ट्रंप ने बताया कि दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग को बढ़ाने के लिए बातचीत जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की को जल्द ही इस बातचीत की जानकारी दी जाएगी. इसके अलावा, ट्रंप ने यह भी बताया कि उन्होंने विदेश मंत्री मार्को रुबियो, सीआईए निदेशक जॉन रैटक्लिफ, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज और राजदूत स्टीव विटकॉफ को वार्ता का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी है.
“अगर मैं राष्ट्रपति होता, तो युद्ध नहीं होता” – ट्रंप
ट्रंप ने अपनी पोस्ट में जोर देते हुए कहा, “अगर मैं पहले राष्ट्रपति होता, तो यह युद्ध कभी नहीं होता. लेकिन अब यह हो चुका है और इसे जल्द से जल्द खत्म करना चाहिए. अब और लोगों की जान नहीं जानी चाहिए!” अंत में, ट्रंप ने पुतिन को उनकी बातचीत के लिए धन्यवाद दिया और हाल ही में मार्क फोगेल की रिहाई के लिए भी आभार जताया. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस वार्ता से जल्द ही कोई सकारात्मक और सफल समाधान निकलेगा.
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