हिली धरती थम गई सांसें, आधी रात घर से भागे लोग, दहशत का माहौल

Earthquake In Indonesia: इंडोनेशिया और ग्रीस में हाल ही में आए तेज़ भूकंपों ने फिर से पृथ्वी की बढ़ती भूकंपीय गतिविधियों की ओर ध्यान खींचा है. इंडोनेशिया के दक्षिणी सुमात्रा और सुलावेसी क्षेत्रों में 5.9 और 6.0 तीव्रता के झटके महसूस किए गए, जबकि ग्रीस के क्रेते द्वीप के पास 6.0 तीव्रता का भूकंप आया.

By Ayush Raj Dwivedi | May 23, 2025 7:36 AM
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Earthquake in Indonesia: इंडोनेशिया के दक्षिणी सुमात्रा इलाके में शुक्रवार सुबह तेज़ भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.9 दर्ज की गई है. यह भूकंप जमीन के 10 किलोमीटर भीतर आया था. झटकों के बाद लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए. हालांकि, अब तक किसी के घायल होने या जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.

इसी महीने इंडोनेशिया के सुलावेसी क्षेत्र में भी 6.0 तीव्रता का एक और भूकंप आया था, जिसे यूरोपीय भूकंपीय केंद्र (EMSC) ने 5.9 बताया था. यह भूकंप भी 10 किलोमीटर गहराई में था और भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र में आया था.

स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन एजेंसियां स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, इंडोनेशिया “प्रशांत रिंग ऑफ फायर” पर स्थित है, जहां धरती की कई टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकराती हैं. इसी वजह से यहां अक्सर भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट होते रहते हैं. समुद्र में आने वाले भूकंप के चलते सुनामी का खतरा भी बना रहता है.

ग्रीस में भी हिली धरती, सुनामी की चेतावनी

गुरुवार, 22 मई को ग्रीस में भी 6.0 तीव्रता का जोरदार भूकंप आया. जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज के अनुसार, यह भूकंप सुबह 6:19 बजे क्रेते द्वीप के तट के पास, एलौंडा से 58 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में और 60 किलोमीटर गहराई में आया था. यूरोपीय अधिकारियों ने एहतियातन सुनामी की चेतावनी जारी की थी. हालांकि इस भूकंप से किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं मिली है. फिर भी क्षेत्र में लोग सतर्क हैं और आपात सेवाएं अलर्ट पर हैं.

लद्दाख में कल कांपी धरती, इस साल का 29वां भूकंप

बुधवार-गुरुवार रात करीब 11:46 बजे लद्दाख के लेह में रिक्टर स्केल पर 3.5 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया. इसका केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई में था. लोग झटकों के बाद घरों से बाहर निकल आए और पूरी रात खुले में बिताई. यह 2025 का लद्दाख में 29वां भूकंप है जिसमें तीव्रता 2 से अधिक रही है. इससे पहले 14 मार्च को 5.1 और 1 अप्रैल को 4.2 तीव्रता के भूकंप आ चुके हैं. लद्दाख सिस्मिक जोन-IV में आता है और लगातार टेक्टोनिक गतिविधियों के चलते संवेदनशील बना हुआ है.

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