लेकिन अब हालात पूरी तरह बदल चुके हैं. दोनों नेताओं के बीच की दरार राजनीतिक विरोध की शक्ल लेती जा रही है. एलन मस्क अब ट्रंप के प्रस्तावित बजट और आर्थिक नीतियों की आलोचना कर रहे हैं, जिसे ट्रंप और उनके सहयोगी ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ कह रहे हैं. मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस विधेयक को संघीय घाटा बढ़ाने वाला बताया है. मस्क का मानना है कि यह कानून अमेरिका की वित्तीय स्थिति को कमजोर करेगा. इस आलोचना पर ट्रंप ने तीखा जवाब दिया और मस्क की मानसिकता पर सवाल खड़े करते हुए उन्हें ‘ट्रंप डिरेंजमेंट सिंड्रोम’ से ग्रसित बताया.
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ट्रंप ने व्हाइट हाउस में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि एलन मस्क अब भी व्हाइट हाउस की ताकत और उस दौर को याद कर रहे हैं जब वे उनके प्रशासन के नजदीक थे. ट्रंप ने संकेत दिया कि मस्क की आलोचना दरअसल उनकी हताशा और सत्ता से दूरी की प्रतिक्रिया है. हालांकि इस सियासी विवाद से रिपब्लिकन पार्टी के भीतर चिंता गहराती जा रही है. पार्टी के कई नेता चाहते हैं कि दोनों प्रभावशाली शख्सियतें आपसी मतभेद भुलाकर फिर से साथ आएं. रिपब्लिकन सांसदों का कहना है कि यदि यह विवाद लंबे समय तक चला तो इसका असर पार्टी की नीतियों और विधायी एजेंडे पर पड़ सकता है, खासकर टैक्स सुधार और सीमा सुरक्षा जैसे मुद्दों पर.
वॉशिंगटन से रिपब्लिकन सांसद डैन न्यूहाउस ने कहा कि उन्हें उम्मीद है यह विवाद पार्टी के मुख्य कामकाज में बाधा नहीं बनेगा. वहीं टेक्सास के सीनेटर टेड क्रूज ने फॉक्स न्यूज पर कहा कि अमेरिका के हित में यही होगा कि ट्रंप और मस्क फिर से साथ काम करें. उनके मुताबिक अगर दोनों का टकराव जारी रहा तो इसके गंभीर राजनीतिक नतीजे हो सकते हैं. गौरतलब है कि ट्रंप ने अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान मस्क को कई अहम भूमिकाएं दी थीं, खासकर सरकारी खर्चों में कटौती जैसे कार्यक्रमों में. लेकिन हालिया मतभेदों के चलते मस्क ने सरकार से जुड़ी जिम्मेदारियों से खुद को अलग कर लिया है. यह घटनाक्रम इस बात का संकेत है कि दोनों के रिश्तों में आई खटास अब और गहरी हो सकती है, जिससे अमेरिकी राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है.
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