Indian Army Caught Two Chinese Soldiers: इंडियन आर्मी ने चीन के 2 सैनिकों को पकड़ा, मुंह में दबाए थे ग्रेनेड बम, देखें वीडियो
Indian Army Caught Two Chinese Soldiers: सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में चीनी सैनिक झाड़ियों में छिपे हैं.
By Aman Kumar Pandey | May 24, 2025 1:08 PM
Indian Army Caught Two Chinese Soldiers: सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियो फिर से वायरल हो गया है, जो अरुणाचल प्रदेश के चुमी ग्यात्से (डोंगझांग) क्षेत्र में भारत-चीन सीमा संघर्ष के दौरान का बताया जा रहा है. यह वीडियो संभवतः कोविड महामारी के समय यानी 2020-2021 की किसी झड़प का है. वीडियो में दो चीनी सैनिक (पीएलए) झाड़ियों में छिपे हुए दिखते हैं, जिनके मुंह में ग्रेनेड दबे हुए हैं शायद खुद को पकड़ने से बचाने की कोशिश में. दूसरी ओर, भारतीय सेना के जवान बिल्कुल बेफिक्र नजर आते हैं और व्यंग्यात्मक व मजाकिया अंदाज में चीनी सैनिकों को ताने मारते हैं. ये वीडियो खासकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर काफी वायरल हो गया है और लोगों ने भारतीय जवानों के साहस और ह्यूमर की तारीफ की है.
चुमी ग्यात्से जलप्रपात अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में स्थित है, जो भारत-चीन की वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से केवल 250 मीटर की दूरी पर है. यह क्षेत्र मोंपा समुदाय के लिए धार्मिक महत्व रखता है क्योंकि यहां 108 पवित्र झरने हैं. लेकिन यह इलाका लंबे समय से भारत-चीन सीमा तनाव का केंद्र भी रहा है. दिसंबर 2022 में यांग्त्से क्षेत्र में एक बड़ी झड़प हुई थी, जिसमें चीन के 200-600 सैनिकों ने कीलदार डंडों और टेजर गनों से हमला किया था, लेकिन भारतीय सैनिकों ने उन्हें पीछे हटने पर मजबूर कर दिया था. कुछ रिपोर्टों के अनुसार, उस समय 63 चीनी सैनिकों को अस्थायी रूप से हिरासत में भी लिया गया था. माना जा रहा है कि यह वीडियो भी ऐसे ही किसी पुराने संघर्ष की एक झलक है.
Two PLA troop soldiers caught by the Indian Army soldiers on the Arunachal border. The two Chinese were so scared that they were trying to hide in the bushes with a grenade in their mouths, threatening to remove the pin if the Indian army came closer. The reaction of the fearless… pic.twitter.com/1ZsXi3SiRA
वीडियो की दोबारा उपस्थिति ऐसे समय में हुई है जब भारत और चीन के बीच हाल ही में सफलतापूर्वक एक डिसएंगेजमेंट समझौता हुआ है. कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह वीडियो चीन की पुरानी प्रचार सामग्री के जवाब में जारी किया गया है जिसमें भारतीय सैनिकों को कैदी दिखाया गया था. वहीं, कई लोग इसे भारतीय सेना की मनोबल बढ़ाने वाली ताकत और रणनीतिक श्रेष्ठता का प्रतीक मान रहे हैं. यह वायरल वीडियो एक बार फिर साबित करता है कि भारतीय जवान सिर्फ साहसी ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी मजबूत और चुटीले हैं. सीमाओं पर तैनात सैनिकों की यह ह्यूमर-भरी बहादुरी सोशल मीडिया पर लोगों को गर्व और मुस्कान दोनों दे रही है.