अमेरिकी राजदूत माइक हुकाबी ने इस हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि मिसाइल हमले में दूतावास के वाणिज्यिक खंड को नुकसान पहुंचा है. सुरक्षा को देखते हुए तेल अवीव और यरुशलम स्थित अमेरिकी दूतावासों को पूरे दिन के लिए बंद कर दिया गया है.
अमेरिका-ईरान तनाव बढ़ा
विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान यह मानता है कि इजराइल के हमलों के पीछे अमेरिका की रणनीति और समर्थन है. अमेरिकी F-35 फाइटर जेट्स और हथियारों की मदद से ही इजराइल ईरान के ठिकानों को निशाना बना रहा है. यही वजह है कि अब ईरान ने अमेरिका को भी अपने जवाबी हमलों के दायरे में ले लिया है.
युद्ध के फैलने का खतरा
हमले के कुछ ही घंटों बाद अमेरिका ने दोनों दूतावासों को बंद कर दिया और अपने अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा. बताया जा रहा है कि इजराइल पर हालिया ईरानी मिसाइल हमलों से अमेरिकी अधिकारी बेहद चिंतित हैं. राजदूत हुकाबी को बीते दिनों तेल अवीव में पांच बार ठिकाना बदलना पड़ा, जिससे माहौल की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है.
इजरायल के पलटवार से तेहरान जल रहा है
इजरायल ने भी ईरान पर जबरदस्त पलटवार करते हुए तेहरान समेत कई शहरों को निशाना बनाया है. इजरायली फोर्स ने ईरान के रक्षा मंत्रालय, एयर डिफेंस सिस्टम और विदेश मंत्रालय की बिल्डिंग पर हमला किया है. ईरानी विदेश राज्य मंत्री ने तबाही की तस्वीरें साझा की हैं, जिसमें मंत्रालय की इमारत पूरी तरह क्षतिग्रस्त नजर आ रही है.