हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल है फतह-1
ईरान के सबसे घातक मिसाइलों में एक फतह-1 ईरान की पहली हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल है. यह सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है. इस मिसाइल की सबसे बड़ी खूबी इसकी रफ्तार है. इसके साथ ही यह लक्ष्य भेदने में काफी सटीक है. इसकी रफ्तार और सिस्टम ऐसा है जो दुश्मनों के रडार में नहीं आती. इजराइल का आयरन डोम सिस्टम भी फतेह-1 को टारगेट नहीं कर पाया. फतेह-1 मिसाइल को इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने विकसित किया है.
बेमिसाल है फतह-1 मिसाइल की रफ्तार
फतह-1 हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल की रफ्तार बेमिसाल है, इसकी लक्ष्य भेदने की क्षमता भी काफी सटीक है. इसकी रफ्तार गति करीब 16,000 से 18,500 किलोमीटर प्रति घंटा है. इस मिसाइल की रफ्तार के कारण इसे ट्रैक करना या रोकना काफी दुश्कर कार्य है. यह साउंड की गति से 14 से 15 गुना तेज है. इस रफ्तार से यह महज 7 से 8 मिनट में ईरान से इजराइल तक का सफर तय कर सकती है. यह मिसाइल अपने साथ करीब साढ़े 4 सौ किलोग्राम तक का विस्फोटक ले जा सकती है.
टारगेट पर अचूक हमला
ईरान के हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल फतह-1 की मारक क्षमता 1400 किलोमीटर है. इस हिसाब से इस मिसाइल की जद में इजरायल, सऊदी अरब और मध्य पूर्व के कई देश है. इसकी एक और बड़ी विशेषता है इसका सटीक निशाना. फतेह-1 मिसाइल काफी उन्नत तकनीक से बनी है. इसका एडवांस नेविगेशन सिस्टम और सटीक दिशा-निर्देशन इसे बेजोड़ बनाता है. यह मिसाइल इतनी सटीक है कि यह अपने टारगेट से महज 10 मीटर इधर- उधर गिरती है.
ईरान और इजराइल के बीच भीषण लड़ाई
ईरान और इजराइल के बीच बीते छह दिनों से लड़ाई छिड़ी हुई है दोनों देश एक दूसरे पर मिसाइल और ड्रोन से हमला कर रहे हैं. इजराइली सेना ने बताया कि उसके लड़ाकू विमानों ने यूरेनियम सेंट्रीफ्यूज और मिसाइलों के कल-पुर्जे बनाने वाले केंद्रों को निशाना बनाया है. इजराइली विमानों ने तेहरान पर बमबारी की है. ईरान में इजराइली हमलों में कम से कम 239 नागरिकों सहित 585 लोगों की मौत हो गयी और 1,300 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. ईरान जवाबी हमला कर रहा है. इन हमलों में लगभग 400 मिसाइलें और सैकड़ों ड्रोन दागे गए हैं, जिनसे इजराइल में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गयी और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं.