Iran Israel Tension: इज़राइल के साथ जारी जंग के बीच ईरान में सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई की सत्ता को गंभीर चुनौती मिल रही है. विरोधियों में उनके भतीजे महमूद मोरदखानी (फ्रांस में निर्वासित) और पूर्व शाह के बेटे रेजा पहलवी शामिल हैं, जो अब खुलकर शासन परिवर्तन की वकालत कर रहे हैं.
खामेनेई की सत्ता पर संकट
महमूद मोरदखानी, खामेनेई के भतीजे, ने कहा कि वह “जंग के पक्ष में नहीं”, लेकिन उनका मानना है कि इस्लामिक गणराज्य का अंत ही शांति का मार्ग है. रेजा पहलवी ने हाल ही में कहा कि खामेनेई “अंडरग्राउंड हो गए हैं” और यह शासन अपने अंत की ओर बढ़ रहा है, उन्होंने व्यापक जन-आन्दोलन और पश्चिमी समर्थन की अपील की है.
रेजा पहलवी नए नेतृत्व की तैयारी
1967 में उन्हें आधिकारिक तौर पर क्राउन प्रिंस नामित किया गया, लेकिन 1979 की क्रांति के बाद उन्हें निर्वासन में रहना पड़ा. आज वे अमेरिका में रहते हैं और लगातार लोकतंत्र, मानवाधिकार और शासन परिवर्तन की वकालत कर रहे हैं. पहलवी ने “ट्रांज़िशनल लीडरशिप” की भूमिका की पुष्टि की है.
बेटियों के माध्यम से नए नेतृत्व की तैयारी
रेजा पहलवी की तीन बेटियां हैं—नूर (33), इमान (32) और फराह (21)। वे समान अधिकारों में विश्वास रखती हैं और पहलवी परिवार की उत्तराधिकारी संभावनाएं हैं:
नूर पहलवी – पोटोमैक से मनोविज्ञान की पढ़ाई, MBA कोलंबिया से; Sofreh Capital में प्रिंसिपल, सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स .
इमान पहलवी – अमेरिकन एक्सप्रेस में कार्यरत, हाल में बिजनेसमैन ब्रैडली शर्मन से शादी की .
फराह पहलवी-2 – वाशिंगटन में जन्मी, उम्र 21 वर्ष
ईरान में शासन परिवर्तन की आवाजें तेज हैं अब यह सवाल है कि वास्तव में क्या खामेनेई गिर सकते हैं. महमूद मोरदखानी और रेजा पहलवी जैसी शख्सियतें, विशेषकर रेजा पहलवी की बेटियों की उपस्थिति, भविष्य के सत्ता विकल्पों का संकेत देती है. हालांकि अभी निष्कर्ष निकालना जल्दबाज़ी होगी लेकिन पहलवी परिवार एक नई राह के संकेत दे रहा है—जिसकी राह पर उठने वाले कदम इरानी राजनीति का स्वरूप बदल सकते हैं.
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