ईरान के तेहरान और आसपास के कई इलाकों में जोरदार धमाके सुने गए हैं, जबकि हमले की प्रतिक्रिया में ईरान ने भी इजरायल पर मिसाइलें दागी हैं. ईरानी टीवी चैनलों ने पुष्टि की है कि इस जवाबी कार्रवाई में कई इजरायली ठिकानों पर निशाना साधा गया है.
नेतन्याहू का एलान ऑपरेशन राइजिंग लॉयन जारी रहेगा
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस सैन्य कार्रवाई को “ऑपरेशन राइजिंग लॉयन” करार देते हुए कहा कि यह हमारी आत्मरक्षा का कदम है और इसका लक्ष्य ईरान के परमाणु खतरे को हमेशा के लिए खत्म करना है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक ईरान के खतरे को पूरी तरह समाप्त नहीं कर दिया जाता.
अमेरिका और ट्रंप की चेतावनी
हमले से कुछ ही घंटे पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि “मध्य पूर्व में कभी भी बड़ा संघर्ष शुरू हो सकता है.” उन्होंने कहा कि हालांकि हमला तुरंत नहीं होगा, लेकिन संभावना बेहद प्रबल है. ट्रंप ने यह भी बताया कि अमेरिका ने पश्चिम एशिया में रह रहे अमेरिकी नागरिकों को क्षेत्र छोड़ने के निर्देश दिए हैं.
ईरान ने तेज की परमाणु गतिविधियां
इससे पहले ईरान ने IAEA (अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) के उस प्रस्ताव को अनदेखा करते हुए अपने परमाणु कार्यक्रम को तेज करने की घोषणा की थी. ईरान अब 60% से ज्यादा यूरेनियम संवर्धन की योजना पर काम कर रहा है, जो कि परमाणु हथियारों की दिशा में एक गंभीर कदम माना जाता है.
क्या तीसरे विश्व युद्ध की दस्तक?
इस पूरे घटनाक्रम ने दुनिया को गंभीर चिंता में डाल दिया है. एक ओर जहां इजरायल ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर चिंतित है, वहीं ईरान इस हमले को अपनी संप्रभुता पर हमला मान रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर हालात पर जल्द नियंत्रण नहीं पाया गया, तो यह संघर्ष क्षेत्रीय युद्ध से वैश्विक संकट में बदल सकता है.