इजरायली रक्षा मंत्री इस्राइल काट्ज ने कहा है कि “ईरान से अब कभी भी जवाबी मिसाइल या ड्रोन हमले हो सकते हैं.” हमले के बाद पूरे इजरायल में आपातकाल घोषित कर दिया गया है और सैन्य बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
ट्रंप ने पहले ही जताई थी जंग की आशंका
हमले से कुछ घंटे पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक मीडिया बातचीत में चेतावनी दी थी कि “मध्य पूर्व में भीषण संघर्ष किसी भी वक्त हो सकता है”. उन्होंने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा था कि वे पहले से अमेरिकी नागरिकों को मिडिल ईस्ट से निकालने की सलाह इसलिए दे रहे हैं, क्योंकि “अगर मिसाइलें अचानक गिरनी शुरू हो जाएं, तो मैं वह इंसान नहीं बनना चाहता जिसने पहले से चेतावनी नहीं दी.”
ट्रंप ने यह भी दावा किया कि अमेरिका और ईरान के बीच कूटनीतिक समाधान की संभावना है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, “हम एक समझौते के बेहद करीब हैं, लेकिन हमला इस सौदे को बना भी सकता है और बिगाड़ भी सकता है.”
IAEA प्रस्ताव के बाद बढ़ा तनाव
इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत उस समय हुई जब ईरान ने घोषणा की कि वह अपने परमाणु कार्यक्रम को और तेज करेगा. यह बयान IAEA (इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी) द्वारा पारित एक प्रस्ताव के बाद आया, जिसमें तेहरान पर परमाणु समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया गया था.