8 दिनों से जारी है युद्ध
इजराइल और ईरान के बीच बीते 8 दिनों से घमासान लड़ाई हो रही है. मिसाइल, ड्रोन और हवाई हमलों से दोनों मुल्कों की जमीन थर्रा रही है. इजराइल ने कहा कि उसने शुक्रवार सुबह ईरान में हवाई हमले किए जिसमें 60 से अधिक विमानों ने मिसाइलों के निर्माण से जुड़े औद्योगिक स्थलों को निशाना बनाया. इजराइल ने यह भी कहा कि उसने ईरान के रक्षा नवाचार और अनुसंधान संगठन के मुख्यालय को निशाना बनाया. ईरानी मीडिया के अनुसार शुक्रवार की सुबह इजराइली हवाई हमले कैस्पियन सागर के रश्त शहर तक पहुंच गए.
युद्ध में शामिल होने पर विचार कर रहा अमेरिका
इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष शुरू होने के एक सप्ताह बाद भी शुक्रवार को दोनों देशों के एक-दूसरे पर हमले किए. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक ओर युद्ध में सैन्य भागीदारी पर विचार कर रहे हैं जबकि दूसरी ओर संघर्ष रोकने के लिए नए कूटनीतिक प्रयास शुरू होते दिख रहे हैं. ट्रंप इस बात पर विचार कर रहे हैं कि क्या ईरान के फोर्डो यूरेनियम संवर्धन संयंत्र पर हमला किया जाए जो एक पहाड़ के नीचे स्थित है और इसे व्यापक रूप से पहुंच से बाहर बताया जाता है, लेकिन अमेरिका के बंकर बस्टर बम उसे नष्ट कर सकते हैं. ट्रंप ने कहा कि वह अगले दो सप्ताह के भीतर यह फैसला करेंगे कि ईरान पर हमला करना है या नहीं. इस बीच उन्हें अब भी इस बात की काफी संभावना दिखती है कि वार्ता के माध्यम से ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिका और इजराइल की मांगें पूरी हो सकती हैं.
ईरान के विदेश मंत्री कर रहे बैठक की तैयारी
युद्ध के बीच ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के अपने समकक्षों के साथ-साथ यूरोपीय संघ के शीर्ष राजनयिक के साथ बैठक के लिए जिनेवा जा रहे हैं. ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने व्हाइट हाउस में अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो और दूत स्टीव विटकॉफ से मुलाकात की और ऐसे समझौते की संभावना पर चर्चा की जिससे संघर्ष कम हो सकता है. वहीं ईरान बातचीत को लेकर सख्त हो गया है. ईरान ने कहा है कि पहले इजराइल हमला बंद करे तभी बातचीत हो सकती है.