इजराइल ने शुरू किया ऑपरेशन राइजिंग लॉयन
इजराइल ने बीते दिन शुक्रवार की सुबह ऑपरेशन राइजिंग लॉयन शुरू किया. इसके तहत इजराइल ने ईरान के परमाणु, मिसाइल और सैन्य ढांचे को निशाना बनाया. इसे बाद ईरान ने भी इजराइल पर जवाबी हमले शुरू किए. इससे इजराइल पर ईरान की ओर से और जोरदार हमले की आशंका पैदा हो गई है क्योंकि ईरान की कुछ मिसाइल इजराइल की हवाई सुरक्षा प्रणाली को भेद कर देश के बीच में बने इमारतों को निशाना बनाने में सफल हुई हैं. इजराइल का कहना है कि इस अभियान का उद्देश्य ईरान को परमाणु क्षमता हासिल करने से रोकना और उसके मिसाइल विकास कार्यक्रम को विफल करना है.
हमारे लिए अस्तित्व की लड़ाई है- नेतन्याहू
इजराइल के पीएम नेतन्याहू ने कहा “हम यहां इसलिए हैं क्योंकि हम अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं, जो अब इजराइल के हर नागरिक के लिए स्पष्ट है. सोचिए कि अगर ईरान के पास इजराइल के शहरों पर गिराने के लिए परमाणु हथियार होता तो क्या होता.” उन्होंने कहा “सोचिए अगर ईरान के पास इस तरह की 20,000 मिसाइलें होतीं? यह इजराइल के लिए अस्तित्व का खतरा है. इसलिए हमने विनाश के दोहरे खतरे के खिलाफ मुक्ति का युद्ध शुरू किया है, हम इसे पूरी ताकत के साथ कर रहे हैं. हमारे सैनिक, हमारे पायलट, ईरान के आसमान में हैं.”
ईरान और कर सकता है हमला- IDF
इजराइल रक्षा बल (IDF) के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने ईरान के हमले को लेकर मीडिया से बात करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में इजराइल पर ईरान के और अधिक बैलिस्टिक मिसाइल हमले होने की आशंका है. उन्होंने कहा “आगे चुनौतीपूर्ण दिन हैं. आने वाले दिनों में और भी हमले और प्रभाव होंगे. इजराइली वायु सेना एक पल के लिए भी ईरान में हमला करना बंद नहीं कर रही है.” उन्होंने कहा कि हम तेहरान में दर्जनों ठिकानों पर हमला कर रहे हैं. हम ईरान के परमाणु कार्यक्रम और सैन्य क्षमताओं को नुकसान पहुंचा रहे हैं, ताकि घरेलू मोर्चे पर जोखिम को कम किया जा सके.” इजराइल के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार से अब तक ईरान ने कम से कम 270 मिसाइलें दागी हैं, जिनसे 22 स्थल प्रभावित हुए, तीन नाबालिगों और 10 वयस्कों सहित 13 लोगों की मौत हो गई तथा 390 लोग घायल हुए हैं.