Mursi Tribe Tradition of Cutting Lips of Girls: जवान होते ही काट दिया जाता है लड़कियों के शरीर का ये अंग, देखें वीडियो 

Mursi Tribe Tradition of Cutting Lips of Girls: जवान लड़कियों के शरीर के किस अंग को काटा जाता है? और क्यों? आइए जानते है.

By Aman Kumar Pandey | May 28, 2025 3:02 PM
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Mursi Tribe Tradition of Cutting Lips of Girls: अफ्रीकी देश इथियोपिया की ओमो घाटी में बसी मुर्सी जनजाति दुनिया की सबसे रहस्यमयी और खतरनाक जनजातियों में गिनी जाती है. करीब 10,000 लोगों की इस जनजाति की पहचान उनकी विचित्र, डरावनी और हिंसक परंपराओं से है, जो आज भी पूरी निष्ठा के साथ निभाई जाती हैं. आधुनिक सभ्यता से लगभग कटे हुए मुर्सी समाज की यह संस्कृति न केवल आश्चर्यचकित करती है, बल्कि उसके पीछे छिपे ऐतिहासिक कारण और भी चौंकाने वाले हैं.

मुर्सी जनजाति की सबसे चर्चित और हैरान करने वाली परंपरा है लड़कियों के निचले होंठ में मिट्टी की बड़ी डिस्क पहनाना. जब लड़कियां किशोरावस्था में प्रवेश करती हैं, लगभग 15 से 16 वर्ष की उम्र में, तब उनकी मां या अन्य बुजुर्ग महिलाएं उनके निचले होंठ को काट देती हैं और उसमें पहले लकड़ी का टुकड़ा, फिर धीरे-धीरे बढ़ती आकार की मिट्टी की प्लेट डाल देती हैं. इस डिस्क का आकार धीरे-धीरे बढ़ता जाता है और यह लगभग 12 सेंटीमीटर तक हो सकता है.

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आज यह परंपरा सुंदरता और सामाजिक प्रतिष्ठा का प्रतीक मानी जाती है, लेकिन इसका मूल उद्देश्य कुछ और था. 19वीं सदी में गुलामी के दौर में जब महिलाओं को जबरन गुलाम बनाकर ले जाया जाता था, तब मुर्सी महिलाओं ने खुद को बदसूरत बनाने की यह तरकीब निकाली थी. होंठ काटने और दांत तोड़ने की वजह से वे गुलाम व्यापारियों को आकर्षित नहीं करती थीं, जिससे उन्हें गुलामी और यौन शोषण से बचने में मदद मिली. समय के साथ यह प्रथा उनकी संस्कृति का हिस्सा बन गई और अब इसका संबंध दहेज और सामाजिक हैसियत से जोड़ा जाने लगा है. बड़ी लिप प्लेट वाली महिलाओं को ज्यादा दहेज खासकर गायें और हथियार मिलते हैं.

मुर्सी जनजाति का जीवन कृषि और पशुपालन पर आधारित है. विशेषकर गायों को धन, सम्मान और सामाजिक स्थिति का प्रतीक माना जाता है. शादी-विवाह की बात हो तो दूल्हे को दुल्हन के परिवार को कई गायें और कभी-कभी राइफल भी देनी होती है. यही परंपरा ओमो घाटी की अन्य जनजातियों में भी पाई जाती है. महिलाओं को न केवल सुंदरता का प्रतीक बल्कि परिवार की आर्थिक संपत्ति बढ़ाने वाली समझा जाता है. लिप प्लेट का आकार इस सामाजिक गणना में अहम भूमिका निभाता है.

मुर्सी जनजाति की एक अन्य प्रसिद्ध परंपरा है “डोंगा” यानी लकड़ी के डंडों से लड़ी जाने वाली लड़ाई. यह मुकाबला आमतौर पर शादी के लिए आयोजित होता है, जिसमें जो युवक जीतता है, उसे सुंदर पत्नी मिलती है. यह खेल बेहद खतरनाक होता है और कभी-कभी इसमें प्रतिभागियों की जान भी चली जाती है. मुर्सी पुरुष इस मुकाबले से पहले गाय का ताजा खून पीते हैं, जिसे वे वीरता और मर्दानगी का प्रतीक मानते हैं.

मुर्सी जनजाति की खतरनाक छवि का एक कारण उनका बाहरी दुनिया के प्रति सख्त रवैया भी है. वे अपनी सीमाओं की कड़ाई से रक्षा करते हैं और बाहरी हस्तक्षेप को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करते. कई बार पर्यटकों या शोधकर्ताओं पर हमला भी कर दिया जाता है, जो बिना अनुमति उनके इलाके में प्रवेश करते हैं.

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हालांकि अब मुर्सी जनजाति की यह अनोखी संस्कृति दुनियाभर के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन चुकी है. मुर्सी के अलावा छाई और तिरमा जैसी कुछ जनजातियां ही लिप प्लेट की परंपरा निभा रही हैं. दूर-दराज से लोग इनकी संस्कृति देखने आते हैं, लेकिन यह जनजाति अब भी अपनी जड़ों से जुड़ी हुई है और किसी भी बाहरी दखल को खतरे के रूप में देखती है.

मुर्सी जनजाति की परंपराएं भले ही बाहरी दुनिया को डरावनी और असामान्य लगें, लेकिन इनके पीछे एक लंबा संघर्ष, सुरक्षा की भावना और सांस्कृतिक गर्व छिपा है. यह जनजाति अपने रीति-रिवाजों और जीवनशैली के जरिए एक अनोखी सांस्कृतिक विरासत को सहेज रही है जो खूबसूरती, शक्ति, आत्मरक्षा और परंपरा का जटिल संगम है.

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