2000 सालों में पहली बार अमेरिका से चुने गए पोप, रॉबर्ट प्रीवोस्ट लियो 14वें के नाम से जाने जाएंगे

New Pope: कार्डिनल रॉबर्ट प्रीवोस्ट को वेटिकन के बिशप के सबसे प्रभावशाली कार्यालय का नेतृत्व करने के लिए चुना गया है. कैथोलिक चर्च के इतिहास के दो हजार साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब कोई अमेरिकी पोप चुना गया है. पेरू में सेवा करते हुए अब तक अपना जीवन बिताने वाले 69 वर्षीय प्रीवोस्ट को लियो 14वें के नाम से जाना जाएगा.

By Abhishek Pandey | May 9, 2025 12:04 AM
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New Pope: गुरुवार को वेटिकन स्थित सिस्टीन चैपल की चिमनी से उठते सफेद धुएं ने पूरी दुनिया को यह संकेत दिया कि कैथोलिक चर्च को नया पोप मिल गया है. स्थानीय मीडिया और वेटिकन न्यूज ने इसकी पुष्टि की और बताया कि कार्डिनल्स ने सर्वसम्मति से चर्च के नए धर्मगुरु का चुनाव कर लिया है. सेंट पीटर्स बैसिलिका की घंटियों की गूंज और लोगों की जोरदार तालियों ने इस पवित्र क्षण को और भी विशेष बना दिया.

वेटिकन न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “यह खुशी का पल है, इंतजार खत्म हो गया है.” सेंट पीटर्स स्क्वायर में जुटी भारी भीड़ ने जैसे ही सफेद धुआं देखा, वहां मौजूद लोग खुशी से झूम उठे. यह धुआं संकेत देता है कि 133 कार्डिनल निर्वाचकों ने सर्वसम्मति से नया पोप चुन लिया है, जो अब जल्द ही बैसिलिका की मुख्य खिड़की पर आकर दुनिया को संबोधित करेंगे.

गौरतलब है कि यह प्रक्रिया बुधवार को शुरू हुई थी, जिसे ‘कॉन्क्लेव’ कहा जाता है. यह एक गुप्त और पवित्र प्रक्रिया होती है, जिसमें चर्च के वरिष्ठ धर्मगुरु यानी कार्डिनल्स नए पोप के चुनाव के लिए मतदान करते हैं. नए पोप के चयन के लिए दो-तिहाई से अधिक वोटों की आवश्यकता होती है.

हर वोटिंग राउंड के बाद मतपत्रों को जला दिया जाता है. अगर काले धुएं का गुबार उठता है तो इसका मतलब है कि सहमति नहीं बनी. वहीं सफेद धुएं का मतलब है कि नया पोप चुन लिया गया है. पिछले दो पोप भी दूसरे दिन ही चुने गए थे, और इस बार भी उसी परंपरा का पालन हुआ. चर्च अब नई उम्मीदों के साथ आगे बढ़ने को तैयार है, और दुनियाभर के कैथोलिक समुदाय की नजरें अब नए पोप के पहले संबोधन पर टिकी हुई हैं.

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