Painful Story: गोलियों से छलनी कर दी महिलाओं की प्राइवेट पार्ट, लाशों से दुष्कर्म… मानव क्रूरता की दर्दनाक कहानी 

Painful Story: रिपोर्ट्स में बताया गया कि हमास ने रेप को हथियार की तरह इस्तेमाल किया, जिससे जंग और भी भयावह हो गई.

By Aman Kumar Pandey | July 8, 2025 4:28 PM
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Painful Story: 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले के बाद शुरू हुई जंग अब तक थमी नहीं है. इस खूनी संघर्ष में अब तक हजारों आम नागरिक और सैनिक मारे जा चुके हैं. ताजा रिपोर्टों में यह सामने आया है कि हमास आतंकियों ने न सिर्फ जानें लीं, बल्कि महिलाओं के खिलाफ बर्बर यौन हिंसा को भी हथियार की तरह इस्तेमाल किया.

लंदन के प्रतिष्ठित अखबार द टाइम्स की एक ताजा जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल में अकल्पनीय अत्याचार किए. प्रत्यक्षदर्शियों, बंधकों और पीड़ितों की गवाही के आधार पर यह पुष्टि हुई है कि हमास के आतंकियों ने कई जगहों पर महिलाओं से रेप और गैंगरेप किया. इन घटनाओं में मारी गई कई महिलाओं के शवों के साथ भी यौन उत्पीड़न किया गया.

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एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि युवा इजरायली लड़कियों को निर्वस्त्र कर पेड़ और खंभों से बांधा गया, फिर उनके निजी अंगों और सिर में गोली मार दी गई. रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने यौन हिंसा को रणनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल किया, जैसा पहले आईएसआईएस और बोको हरम जैसे आतंकी संगठन करते रहे हैं. कई महिलाओं को नग्नावस्था में, हाथ बंधे हुए और अंग विकृत अवस्था में पाया गया.

इस रिपोर्ट में कुल 15 रिहा किए गए बंधकों, एक पीड़िता और 17 प्रत्यक्षदर्शियों की गवाही दर्ज की गई है. इजरायली कानूनी विशेषज्ञों ने इन सबूतों के आधार पर हमास की निर्ममता का विस्तार से दस्तावेजीकरण किया है. इस दौरान गाजा में जंग जारी है. इजरायल की सेना ने मंगलवार को बताया कि गाजा के उत्तरी इलाके में गश्त के दौरान हुए एक विस्फोट में उसके पांच सैनिक मारे गए और दो गंभीर रूप से घायल हो गए. जवाबी कार्रवाई में इजरायल ने कई हवाई हमले किए, जिनमें 18 फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई.

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मध्य गाजा के नुसेरत इलाके में हुए इजरायली हमले में 10 लोगों की जान गई और 70 से अधिक घायल हुए. खान यूनिस में विस्थापितों के शिविर पर भी हमला हुआ, जिसमें एक ही परिवार के चार सदस्य मारे गए. यह संघर्ष ऐसे समय में और भी गंभीर हो गया है जब अमेरिका समर्थित युद्धविराम प्रस्ताव पर दोनों पक्ष विचार कर रहे हैं. लेकिन लगातार हो रही हिंसा और हमलों के चलते शांति की संभावना अभी धुंधली नजर आ रही है.

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