इमरजेंसी की घोषणा, पाकिस्तान में बाढ़ से हाहाकार, भारत पर आरोप लगाने कूदी पाक मीडिया
Pakistan Declares Emergency: पाकिस्तानी मीडिया ने भारत पर आरोप लगाया है कि बिना अधिकारियों को सूचना दिए पाकिस्तान में झेलम नदी का पानी छोड़ा गया है, जिससे मुजफ्फराबाद में पानी का स्तर तेजी से बढ़ा और प्रशासन को स्थिति को काबू में करने के लिए आपातकाल लगाना पड़ा.
By Neha Kumari | April 27, 2025 10:11 AM
Pakistan Declares Emergency: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों की कड़वाहट बढ़ती जा रही है. इस हमले के बाद दोनों देशों की तरफ से कई तरह के ऐलान कर एक-दूसरे पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए. जिनमें से एक भारत सरकार द्वारा सिंधु नदी समझौता रद्द करना था. लेकिन अचानक से पाकिस्तानी मीडिया एक रिपोर्ट पेश कर यह दावा कर रहा है कि भारत ने जानबूझकर झेलम नदी के पानी पाकिस्तान में छोड़ दिया है, जिससे पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद में आपातकाल की स्थिति पैदा हो गई है. पाकिस्तानी मीडिया ने आरोप लगाते हुए अपनी रिपोर्ट में बताया है कि भारत ने बिना अधिकारियों को सूचना दिए पाकिस्तान में पानी छोड़ा है.
Pakistan issued flood alerts in Muzaffarabad region after India released large volumes of water into the Jhelum river without prior notification. pic.twitter.com/WItFlNjfBZ
पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि बिना सूचना के पानी छोड़ा गया है, जिसके कारण मुजफ्फराबाद में जल स्तर अचानक से तेजी से बढ़ गया. जल स्तर इतनी तेजी से बढ़ा कि तुरंत प्रशासन द्वारा हट्टियन बाला में जल आपातकाल लगाना पड़ा. साथ ही मस्जिदों से ऐलान करवा स्थानीय लोगों को चेतावनी दी गई कि वे घर या किसी सुरक्षित जगह जाएं.
पाकिस्तान में कैसे घुसा पानी?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक झेलम नदी का पानी उत्तरी कश्मीर के बारामुल्ला जिले से होकर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) के चकोठी में घुसा. इस इलाके में पानी भरने के बाद जल स्तर ऊपर उठा और पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद इलाके में चला गया. हालांकि भारत सरकार द्वारा इस मुद्दे पर अभी तक कोई आधिकारीक जारी नहीं किया गया है.
सहयोग की बात कहने के बाद लगाया आरोप
बीते दिन ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बयान देते हुए पहलगाम हमले की जांच में सहयोग करने की बात कही है. इसके बाद यह आरोप लगया गया है. शहबाज ने कहा था कि पहलगाम में हुए हमले के बाद भारत द्वारा हम पर आरोप लगाना इस बात का उदाहरण है कि लगातार बिना सबूत के हमें निशाना बनाया जाता है. इस आरोप लगाने की नीति को अब पूरी तरह से खत्म करने की जरूरत है. इसलिए एक जिम्मेदार देश के रूप में अपनी भूमिका निभाते हुए पाकिस्तान किसी भी तरह की जांच में सहयोग करने के लिए तैयार है.