Pakistan Missile Fails: सरकार चुप्प, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरें
इस हादसे को लेकर अब तक पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. हालांकि, सोशल मीडिया पर ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस अकाउंट्स और स्थानीय चश्मदीदों द्वारा तस्वीरें और वीडियो वायरल कर दिए गए हैं. बताया जा रहा है कि सेना ने हादसे के बाद इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया और मीडिया को रिपोर्टिंग से रोक दिया.
डेरा गाजी खान से हुआ था लॉन्च, डेरा बुगती में गिरा मलबा
यह मिसाइल डेरा गाजी खान के पास मौजूद परीक्षण स्थल से छोड़ी गई थी, जो पाकिस्तान के मिसाइल प्रोग्राम के लिए एक प्रमुख केंद्र है. लेकिन मिसाइल निर्धारित मार्ग से भटक गई और डेरा बुगती के नागरिक इलाकों में फट गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धमाका इतना तेज़ था कि इसकी आवाज 50 किलोमीटर के दायरे तक सुनाई दी. अफरा-तफरी की स्थिति बन गई, जिसके बाद स्थानीय लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई.
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परमाणु केंद्र के नजदीक गिरने से बची बड़ी तबाही (Pakistan Missile Fails Shahin 3 in Hindi)
मिसाइल का मलबा पाकिस्तान के सबसे संवेदनशील स्थान डेरा गाजी खान के निकट गिरा, जहां पाकिस्तान एटॉमिक एनर्जी कमीशन का पायलट प्लांट है. यह यूरेनियम प्रोसेसिंग का प्रमुख केंद्र है जहां रोजाना 10,000 पाउंड तक यूरेनियम प्रोसेस किया जाता है. यदि मिसाइल इसी साइट पर गिरती, तो इसके परिणाम बेहद खतरनाक हो सकते थे.
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पहले भी हो चुके हैं कई हादसे
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान की मिसाइल परीक्षण में गड़बड़ी हुई हो. 2023 में शाहीन-3 का टेस्ट फेल हुआ था और तेज़ धमाके की खबर आई थी. 2021 में भी यही मिसाइल डेरा बुगती के मट्ट क्षेत्र में गिर गई थी, जिससे कई नागरिक घायल हो गए थे. 2020 में पाकिस्तान की बाबर-2 मिसाइल बलूचिस्तान में टेस्ट के दौरान क्रैश हो गई थी.
इन घटनाओं ने पाकिस्तान की मिसाइल प्रणाली की विश्वसनीयता और सुरक्षा को कटघरे में खड़ा कर दिया है. जिस प्रकार से एक के बाद एक परीक्षण विफल हो रहे हैं, वह यह दिखाता है कि पाकिस्तान को अभी अपने सिस्टम में तकनीकी सुधार और नागरिक सुरक्षा के प्रति जिम्मेदारी बढ़ाने की सख्त जरूरत है.