Pakistan News : डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति बनते देखना चाहते हैं इमरान खान के समर्थक, जानें क्यों
Pakistan News : इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कुछ समर्थक ऐसी धारणा लिए बैठे हैं कि अमेरिका का राष्ट्रपति बनने बाद डोनाल्ड ट्रंप उनके नेता को जेल से बाहर लाने की क्षमता रखते हैं.
By Amitabh Kumar | November 5, 2024 11:27 AM
Pakistan News : अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हो रहा है जिसपर पाकिस्तान की पैनी नजर बनी हुई है. हजारों मील दूर कुछ पाकिस्तानी चाहते हैं कि सत्ता पर रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का कब्जा हो. इसके पीछे की वजह पाक पूर्व पीएम इमरान खान…जी हां…डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस को हारता हुआ ये देखना चाहते हैं.
इमरान खान और डोनाल्ड ट्रंप की सोच एक जैसी
इस मामले को लेकर channelnewsasia.com ने एक खबर प्रकाशित की है. इसमें कहा गया है कि डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान दोनों ही लोकप्रिय राजनेता हैं. दोनों एक जैसी सोच रखते हैं. अपने राष्ट्रपति काल के दौरान ट्रंप ने अपने समकक्ष के साथ अच्छे संबंध बनाए रखे थे. साल 2019 में, अपने पहले कार्यकाल के दौरान ट्रंप ने व्हाइट हाउस में इमरान का जोरदार ढ़ंग से स्वागत किया था.
इमरान समर्थक चाहते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप जीतें चुनाव
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्रम दस्तगीर खान ने कहा कि मुझे लगता है कि इमरान खान और डोनाल्ड ट्रंप दोनों ही किसी भी नियम से बंधे हुए नहीं हैं. वे वही कहेंगे और करेंगे जो उन्हें उचित लगेगा. ऐसी कुछ समानताएं हैं जिस वजह से खान के कई समर्थक चाहते हैं कि ट्रंप सत्ता पर काबिज हों. पाक के पूर्व पीएम इस वक्त जेल में बंद हैं. उन्हें 2022 में सत्ता से बेदखल कर दिया गया था. पिछले साल भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल में डाल दिया गया था.
कई पाकिस्तानियों के बीच यह धारणा बनी हुई है कि वाशिंगटन पाकिस्तान की राजनीति को प्रभावित कर सकता है. खान के कुछ समर्थकों का मानना है कि अगर डोनाल्ड ट्रंप दूसरे कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति चुने जाते हैं, तो वे इस्लामाबाद पर खान को रिहा करने के लिए दबाव डाल सकते हैं. लेकिन देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेताओं ने इस विचार को खारिज कर दिया है. पार्टी के महासचिव सलमान अकरम राजा ने कहा कि हमारा विचार है कि पीटीआई किसी भी अमेरिकी प्रशासन के साथ काम करने को तैयार है. सभी अमेरिकी प्रशासन पीटीआई के साथ काम करना चाहेंगे.