Pakistan on Verge of Collapse: पाकिस्तान टूटने की कगार पर, बलूचों ने फहराए आजादी के झंडे, सेना पर ताबड़तोड़ हमले

Pakistan on Verge of Collapse: पाकिस्तान में बलूच विद्रोह तेज हो गया है. बलूच लिबरेशन आर्मी ने कई इलाकों पर कब्जे का दावा कर झंडे फहराए हैं. पाक सेना पर हमले बढ़े हैं. पूर्व पीएम अब्बासी ने सरकार और सेना की नाकामी को उजागर किया है. हालात चिंताजनक हैं.

By Aman Kumar Pandey | May 9, 2025 6:08 PM
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Pakistan on Verge of Collapse: पाकिस्तान इस समय एक गहरे संकट का सामना कर रहा है. एक ओर वह भारत के खिलाफ कथित हमलों में जुटा है, वहीं दूसरी ओर उसके अपने देश के भीतर हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. दशकों से आजादी की मांग कर रहे बलूच अब पहले से कहीं ज्यादा आक्रामक हो गए हैं. बलूच विद्रोही संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने हाल ही में पाकिस्तान की सेना पर कई घातक हमले किए हैं और बलूचिस्तान प्रांत के कुछ इलाकों पर अपना नियंत्रण स्थापित करने का दावा भी किया है. इतना ही नहीं, उन्होंने पाकिस्तान के राष्ट्रीय ध्वज को हटाकर बलूचिस्तान का झंडा भी लहराया है. यह घटनाक्रम सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान आकर्षित कर रहा है.

गुरुवार को BLA ने दो बड़े हमले किए, जिनमें से एक रिमोट बम ब्लास्ट था. इस हमले में पाकिस्तानी सेना की एक गाड़ी को निशाना बनाया गया, जिसमें 12 सैनिक मारे गए. इस हमले का वीडियो खुद BLA ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘हक्काल टीवी’ पर जारी किया. पिछले कुछ वर्षों में बलूच विद्रोहियों द्वारा की जा रही हिंसक गतिविधियों में काफी तेजी आई है, लेकिन हाल के दिनों में ये हमले और भी अधिक सघन हो गए हैं. माना जा रहा है कि भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन “सिंदूर” के चलते बलूचों को एक मौका मिला है, जिसे वे भुनाने में लगे हैं.

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बलूच लिबरेशन आर्मी ने पिछले दो दिनों में कम से कम चार बड़े हमले किए हैं. इन हमलों के दौरान क्वेटा सहित कई इलाकों में भारी गोलीबारी की खबरें आई हैं. इसके अलावा, मस्तंग, कच्छ और काची जैसे इलाकों में BLA ने छह छोटे-छोटे हमले किए हैं. बलूच लेखक मीर यार बलोच ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि बलूच अब खुलकर अपने झंडे फहरा रहे हैं और पाकिस्तान के झंडे को हटाया जा रहा है. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वे पाकिस्तान से अपने दूतावास बंद करें और नए स्वतंत्र राष्ट्र बलूचिस्तान में स्थापित करें.

इस पूरे घटनाक्रम ने पाकिस्तान की सरकार और सेना की हालत पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने स्पष्ट रूप से कहा कि अब सरकार और सेना का बलूचिस्तान पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अब पाकिस्तान के वरिष्ठ नेता और अधिकारी बिना भारी सुरक्षा के बलूचिस्तान में कहीं भी नहीं जा सकते. उन्होंने बलूचिस्तान के हालात को लेकर सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर के बयान को भी झूठा करार दिया. मुनीर ने दावा किया था कि बलूच विद्रोही संगठन के 1500 लड़ाके पाकिस्तान से बलूचिस्तान को छीनना चाहते हैं, लेकिन ऐसा सपना कभी पूरा नहीं होगा.

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अब्बासी का यह बयान पाकिस्तान के आंतरिक हालात की गंभीरता को दर्शाता है. बलूच विद्रोहियों की गतिविधियां अब मात्र सीमित नहीं रहीं, बल्कि उन्होंने स्पष्ट तौर पर पाकिस्तान की संप्रभुता को चुनौती देना शुरू कर दिया है. पाकिस्तान के लिए यह एक बड़ा आंतरिक संकट है, जो आने वाले समय में और गहराने की आशंका जताता है.

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