तेल कंपनियों को ठहराया जिम्मेदार
पाकिस्तान पर आयी इस मुसीबत के लिए पाकिस्तान पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन (PPDA) ने सभी ऑइल मार्केटिंग कंपनियों को डिमांड के जवाब में सही सप्लाई सुनिश्चित करने में असफल रहने, पेट्रोल पंपों को खाली छोड़ने के लिए और ड्राइवरों को शहरी इलाकों में गैस के लिए जाने के लिए मजबूर करने के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
OMAP ने दावों की किया खारिज
OMC एसोसिएशन ऑफ पाकिस्तान ने इन सभी दावों को खारिज कर दिया है. OMC ने आगे बताते हुए कहा कि- कुछ गैस स्टेशन ऑइल/गैसोलीन के स्टोरेज में हिस्सा ले रहे थे और गैसोलीन की कीमतों में अनुमानित बढ़ोतरी के आलोक में इनकम बढ़ाने के लिए नकली कमी भी पैदा कर रहे थे.
पाकिस्तान में पेट्रोल पंप बंद
रिपोर्ट्स की अगर माने तो खराब इकॉनमी और पेट्रोल की कमी की वजह से पंजाब के मुख्य और छोटे शहरों में कई पेट्रोल पंपों को बंद कर दिया गया है. लाहौर, गुजरांवाला और फैसलाबाद जैसे कुछ बड़े शहरों में भी स्थिति बेहद खराब प्रतीत होती है. सामने आयी एक रिपोर्ट से पता चलता है कि- लाहौर के 450 पेट्रोल पंपों में से करीबन 70 पेट्रोल पंप पूरी तरह से सूखे पड़े हुए हैं. जानकारी के लिए बता दें शाहदरा, वाघा, लिटन रोड और जैन मंदार जैसे इलाकों में पेट्रोल पंप बंद किये गए हैं.
गंभीर स्थिति में पाकिस्तान
मीडिया रिपोर्ट्स की अगर माने तो पाकिस्तान के कई शहरों में पेट्रोल की आपूर्ति गंभीर रूप से आहत हुई है. अधिकांश गैस स्टेशन बंद हो गए हैं और जो थोड़े बहुत खुले हुए हैं उनमें भी काफी कम मात्रा में पेट्रोल दिया जा रहा है. जो भी पेट्रोल पंप खुले हुए हैं उनमें वाहनों की लम्बी कतार लगी हुई है. बता दें इस समय पाकिस्तान की तेल कंपनियां गंभीर इकोनॉमिक मुसीबत और मुद्रा के अवमूल्यन के कारण ‘ढहने’ के कगार पर पहुंच चुकी है.