यह दुर्घटना पूर्वोत्तर फिलाडेल्फिया हवाई अड्डे से करीब 4.8 किलोमीटर की दूरी पर हुई. घटनास्थल की तस्वीरों में आग लगी इमारतें और धुआं उठता देखा जा सकता है. दमकल विभाग मौके पर पहुंचकर आग बुझाने का प्रयास कर रहा है. फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि विमान हादसे का कारण क्या था, लेकिन जांच दल इसकी विस्तृत समीक्षा कर रहा है.
यह हादसा उस घटना के कुछ ही दिनों बाद हुआ है, जिसे अमेरिका के इतिहास की सबसे घातक विमान दुर्घटनाओं में से एक माना जा रहा है. हाल ही में रोनाल्ड रीगन नेशनल एयरपोर्ट पर एक भयावह हादसा हुआ था, जिसमें अमेरिकी सेना का हेलीकॉप्टर और अमेरिकन एयरलाइंस की फ्लाइट 5342 आपस में टकरा गए थे. यह दुर्घटना बुधवार रात को हवाई अड्डे के पास हुई, जिसमें कुल 67 लोगों की मौत हो गई. अब तक 40 से अधिक शव बरामद किए जा चुके हैं.
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इस घटना की जांच में महीनों लग सकते हैं, क्योंकि संघीय जांचकर्ता हादसे के कारणों का पता लगाने में जुटे हैं. हालांकि, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा कि सेना का विमान दुर्घटना के समय काफी ऊंचाई पर था, जो 200 फुट की सीमा से कहीं अधिक थी. रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने भी कहा कि ऊंचाई इस दुर्घटना का एक संभावित कारण हो सकती है.
पेंटागन प्रमुख पीट हेगसेथ ने अमेरिकी सेना के प्रशिक्षण की निरंतरता और उसकी सुरक्षा पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स अब तक बरामद नहीं किया गया है, जिससे जांच में और अधिक समय लग सकता है. अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया है कि वे बिना किसी ठोस साक्ष्य के संभावित कारणों पर अनुमान नहीं लगाना चाहते. दो बड़े विमान हादसों के इतने कम समय में होने से अमेरिका में हवाई सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं. प्रशासन अब इन घटनाओं की गहन जांच कर रहा है ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके.