साइप्रस में पीएम मोदी ने वहां के भारतीय समुदाय से मुलाकात की, जिन्हें वे काफी देर से होटल के बाहर उनका इंतजार करते देख भावुक हुए. पीएम मोदी ने सीईओ फोरम मीटिंग में हिस्सा लिया और राष्ट्रपति निकोस के साथ द्विपक्षीय बातचीत की. उन्होंने कहा कि भारत और साइप्रस के रिश्ते ऐतिहासिक और मजबूत हैं, और इसमें भविष्य में भी असीम संभावनाएं हैं.
G7 समिट में भाग लेगें पीएम मोदी
आज पीएम मोदी साइप्रस से कनाडा रवाना होंगे, जहां वे जी-7 समिट में हिस्सा लेंगे. यह समिट कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के निमंत्रण पर हो रही है. इस दौरान पीएम मोदी की मुलाकात अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी समेत कई वैश्विक नेताओं से होने की संभावना है. यह मुलाकात वैश्विक मंच पर भारत की सक्रिय भूमिका को और मजबूत करेगी.
क्या है तुर्की-साइप्रस विवाद?
तुर्की और साइप्रस के बीच संबंध 1974 से तनावपूर्ण हैं, जब तुर्की ने ग्रीक समर्थित तख्तापलट के बाद साइप्रस के उत्तरी हिस्से पर सैन्य आक्रमण किया था. तब से वरोशा जैसे शहर, जो कभी पर्यटन का केंद्र थे, वीरान पड़े हैं. यह विवाद न केवल क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक चुनौती है बल्कि अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में भी संवेदनशील विषय बना हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा न केवल भारत-साइप्रस रिश्तों में नया अध्याय जोड़ रही है, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की रणनीतिक और कूटनीतिक स्थिति को भी सशक्त कर रही है.