PM Modi: वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट 2024 के उद्घाटन भाषण में पीएम मोदी ने कह दी ये बड़ी बात
भारत, तीसरे वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट की अध्यक्षता कर रहा है. इस सम्मेलन के माध्यम से वैश्विक दक्षिणी देशों को विभिन्न मुद्दों पर अपने दृष्टिकोण और प्राथमिकताओं को साझा करने के लिए एक मंच मिला है.
By Kushal Singh | August 17, 2024 11:43 AM
PM Modi: भारत वर्चुअल प्रारूप में तीसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. इस सम्मेलन के जरिए वैश्विक दक्षिण के देशों को एक मंच मिलता है. इस मंच से सदस्य देश विभिन्न मुद्दों पर अपने दृष्टिकोण और प्राथमिकताओं को साझा कर सकते हैं. इस शिखर सम्मेलन के उद्घाटन भाषण में पीएम मोदी ने सदस्य देशों को संबोधित किया है. उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “2022 में, जब भारत ने जी-20 की अध्यक्षता संभाली, तो हमने जी-20 को एक नया ढांचा देने का संकल्प लिया. वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन एक ऐसा मंच बन गया, जहां हमने विकास से जुड़ी समस्याओं और प्राथमिकताओं पर खुलकर चर्चा की. और भारत ने वैश्विक दक्षिण की आशाओं, आकांक्षाओं और प्राथमिकताओं के आधार पर जी-20 एजेंडा तैयार किया.”
‘पूरी दुनिया में अनिश्चितता का माहौल’, पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने वर्तमान वैश्विक स्तिथि पर बात करते हुए कहा कि ,”आज हम ऐसे समय में मिल रहे हैं, जब पूरी दुनिया में अनिश्चितता का माहौल है. दुनिया कोविड के प्रभाव से पूरी तरह बाहर नहीं निकल पाई है. वहीं दूसरी ओर युद्ध की स्थितियों ने हमारी विकास यात्रा के लिए चुनौतियां खड़ी कर दी हैं. हम जलवायु परिवर्तन की चुनौती का सामना कर रहे हैं और अब स्वास्थ्य सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा और ऊर्जा सुरक्षा की चुनौतियां भी हैं.”
प्रधानमंत्री मोदी ने वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट को सराहा
पीएम मोदी ने वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट 2024 में उद्घाटन भाषण देते हुए कहा, “मुझे बेहद खुशी है कि भारत में आम चुनावों के बाद, मुझे फिर से इस मंच पर आप सभी से जुड़ने का अवसर मिला है. जब भारत ने जी-20 की अध्यक्षता संभाली थी, तो हमने जी-20 को एक नया रूप देने का संकल्प लिया था. वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट एक ऐसा मंच बनकर उभरा है, जहां हमने विकास से जुड़ी समस्याओं और प्राथमिकताओं पर व्यापक चर्चा की है.”
VIDEO | "I am extremely happy that after general elections in India, I have again got this opportunity to connect with you all on this platform. When India took the G20 presidency, we resolved to give a new look to the G20. Voice of Global South Summit emerged as a platform where… pic.twitter.com/tBgTkgxqoA
पीएम मोदी ने आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों पर भी की बात
देश और दुनियां में मानवजाति के खिलाफ व्याप्त चुनौतियों पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा “आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद हमारे समाज के लिए गहरे खतरे बन गए हैं. प्रौद्योगिकी विभाजन और प्रौद्योगिकी से उत्पन्न अन्य आर्थिक और सामाजिक चुनौतियां सामने आ रही हैं.