470 किलोमीटर लंबा ऐतिहासिक मार्ग
यह परियोजना मक्का और मदीना को जोड़ने वाले 470 किलोमीटर लंबे मार्ग को पुनः जीवंत करेगी, जिसमें 305 किलोमीटर का हिस्सा विशेष रूप से पैदल यात्रा के लिए तैयार किया जाएगा. यह वही ऐतिहासिक रास्ता है, जिससे होकर पैगंबर मुहम्मद (PBUH) ने वर्ष 622 ईस्वी में हिजरत की थी. इस्लामी कैलेंडर की शुरुआत भी इसी ऐतिहासिक घटना से मानी जाती है.
Saudi Arabia Launches Prophets Project in Hindi: 41 ऐतिहासिक स्थल होंगे पुनर्स्थापित
‘In the Prophet’s Steps’ परियोजना के तहत कुल 41 ऐतिहासिक स्थलों को पुनर्स्थापित किया जाएगा. मार्ग में 8 प्रमुख स्टेशन होंगे जो हिजरत यात्रा की कहानी को दर्शाएंगे. इसके अलावा, यात्रियों के लिए 30 से ज्यादा रेस्तरां, 50 दुकानें, मेडिकल सुविधाएं, विश्राम केंद्र और आधुनिक शौचालय भी बनाए जाएंगे.
परियोजना में 5 इंटरएक्टिव हब, एक ‘हिजरा म्यूज़ियम’ और थॉर की गुफा (Cave of Thawr) तक पहुंचने के लिए विशेष 4×4 वाहन जैसी सुविधाएं शामिल हैं. इससे पहले इस गुफा तक पहुंचने में दो घंटे लगते थे, लेकिन अब यह चंद मिनटों की यात्रा रह जाएगी.
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एक दिन में 12,000 यात्रियों के लिए तैयार
परियोजना को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि यह रोजाना 12,000 यात्रियों को accommodate कर सके. अभी तक 3 लाख से अधिक पंजीकरण पहले चरण के लिए आ चुके हैं, जबकि कुल मिलाकर दुनिया भर से 10 लाख से अधिक लोगों ने इस अनुभव में रुचि दिखाई है. इंडोनेशिया, मलेशिया, तुर्की, भारत और पाकिस्तान जैसे देशों से इस परियोजना को लेकर विशेष उत्साह देखा गया है.
Saudi Arabia: प्रिंस सलमान
परियोजना के उद्घाटन समारोह में सऊदी शाही परिवार के प्रिंस सलमान बिन सुल्तान ने कहा कि यह प्रोजेक्ट इस्लामी विरासत के संरक्षण के प्रति हमारे नेतृत्व की गहरी प्रतिबद्धता का प्रमाण है. इससे दुनियाभर के लोग पैगंबर की ऐतिहासिक यात्रा को अनुभव कर सकेंगे और इस्लामी इतिहास से जुड़ सकेंगे. वहीं, सऊदी जनरल एंटरटेनमेंट अथॉरिटी (GEA) के प्रमुख तुरकी अल-शेख ने इसे “इस्लामी संस्कृति और आध्यात्मिकता के वैश्विक प्रदर्शन” की संज्ञा दी.
विजन 2030 का हिस्सा है यह परियोजना
यह पहल सऊदी अरब के महत्वाकांक्षी “विजन 2030” कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसके तहत देश धार्मिक पर्यटन को बढ़ाकर हर साल 5 मिलियन विजिटर्स तक पहुंचाना चाहता है. हज और उमरा के अलावा यह नई पहल सऊदी को एक प्रमुख धार्मिक पर्यटन केंद्र बनाने की दिशा में बड़ी भूमिका निभा सकती है. यह जानकारी गल्फ न्यूज, द इस्लामिक इन्फॉर्मेशन, टाइम्स ऑफ इंडिया, सियासत डॉट कॉम से ली गई है.
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