इतिहास रचकर लौटीं सुनीता विलियम्स, सोशल मीडिया पर बधाइयों की बाढ़

Sunita Williams Returns:भारतवंशी सुनीता विलियम्स ने 9 महीने बाद पृथ्वी पर वापसी की है. उन्होंने और बुच विल्मोर ने स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल में सवार होकर स्पेस स्टेशन से उड़ान भरी, जो फ्लोरिडा के तट पर सफलतापूर्वक उतरा. इसके बाद सोशल मीडिया पर सफल लैंडिंग और सुनीता विलियम्स के प्रति प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई.

By Shaurya Punj | March 19, 2025 10:33 AM
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Sunita Williams Returns: भारतवंशी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से पृथ्वी की ओर लौटने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है. नासा ने उन्हें जून 2024 में एक सप्ताह के मिशन पर अन्य अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन भेजा था, लेकिन इसके बाद वे वहां रुक गईं. तब से अमेरिका सहित पूरी दुनिया उनकी वापसी की प्रतीक्षा कर रही थी.

3 बजकर 27 मिनट पर स्पेसक्राफ्ट उतरा

स्पेसएक्स का क्रू 9 ड्रैगन यान फ्लोरिडा के तट पर समुद्र में सफलतापूर्वक लैंड कर चुका है. नासा ने यह पुष्टि की है कि 19 मार्च की सुबह भारतीय समयानुसार 3 बजकर 27 मिनट पर यह स्पेसक्राफ्ट सुरक्षित रूप से उतरा. इस महत्वपूर्ण वापसी के साथ, नासा लगातार मिशन से संबंधित जानकारी प्रदान कर रहा है.

सुनीता विलियम्स की सफल लैंडिंग

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने अंतरिक्ष में 9 महीने का समय व्यतीत किया. इस दौरान, सुनीता ने 60 घंटे का स्पेस वॉक भी किया. लैंडिंग के लगभग 1 घंटे बाद चारों अंतरिक्ष यात्रियों को कैप्सूल से बाहर निकाला गया. अब उन्हें चिकित्सा जांच के लिए ले जाया जा रहा है. सभी अंतरिक्ष यात्रियों ने हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया. सुनीता की सफल लैंडिंग के बाद सोशल मीडिया रिएक्शन और कमेंट्स से भर गया है. एक्स (ट्विटर) पर लोगों के कमेंट्स देखे जा सकता है.

  • एक यूजर ने लिखा है देखकर बहुत अच्छा लगा. बहुत खुश हूं कि वे सुरक्षित और स्वस्थ घर पहुंच गए हैं.
  • एक यूजन ने कमेंट किया है वेलकम बैक, सुनीता विलियम्स.
  • एक अन्य यूजर ने लिखा है स्पेसएक्स (spacex) और नासा (NASA) के लिए एक शानदार दिन, 4 अंतरिक्ष यात्री फिर से सुरक्षित रूप से धरती पर वापस आ गए. इसे संभव बनाने वाले सभी क्रू सदस्यों और कमांड सेंटर में काम करने वाले सभी लोगों को बधाई. आपने अंतरिक्ष को फिर से अद्भुत बना दिया है.
  • एक कमेंट में बधाई देते हुए लिखा गया है शून्य गुरुत्वाकर्षण के साथ अंतरिक्ष में उन्नीस महीने, अलगाव विकिरण और अज्ञात कारक. फिर भी सुनीता और बुच विल्मोर मजबूत रहे और पृथ्वी से परे साबित कर दिया कि मानव आत्मा की कोई सीमा नहीं है. यह सिर्फ एक चुनौती नहीं थी, यह पूरी तरह असंभव था.
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